scorecardresearch
 

India Ideas Summit में बोलीं सीतारमण- नीतिगत फैसले लेने से नहीं हिचकेगी सरकार

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए आगे और भी नीतिगत कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि अभी तक सरकार ने जो फैसले लिए हैं, उसके रिजल्ट अब धीरे-धीरे आने लगे हैं, जो बेहद सकारात्मक हैं.

Advertisement
X
इंडिया आइडियाज शिखर सम्मेलन को वित्त मंत्री ने किया संबोधित (Photo: File)
इंडिया आइडियाज शिखर सम्मेलन को वित्त मंत्री ने किया संबोधित (Photo: File)

  • सरकार ने कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं
  • कृषि में सुधार से अब अर्थव्यवस्था को ताकत मिल रही है

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए आगे और भी नीतिगत कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि अभी तक सरकार ने जो फैसले लिए हैं, उसके रिजल्ट अब धीरे-धीरे आने लगे हैं, जो बेहद सकारात्मक हैं.

इंडिया आइडियाज शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने जीडीपी के 10 फीसदी के बराबर आर्थिक पैकेज की घोषणा की है, जिसका असर अर्थव्यवस्था के पुनरूद्धार पर पड़ा है. उन्होंने कहा कि आगे भी सरकार के सामने विकल्प खुले हैं और जरूरत पड़ने पर कदम उठाए जाएंगे.

वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं, कृषि में सुधार की वजह से अब अर्थव्यवस्था को ताकत मिल रही है. बिजली और ईंधन खपत, सामानों की राज्यों के भीतर और अंतरराज्यीय ढुलाई, पीएमआई डेटा और खुदरा वित्तीय लेन-देन में बढ़ोतरी देखी जा रही है.

Advertisement

इसे पढ़ें: अब चीन की बढ़ेगी मुसीबत, इसी हफ्ते मोदी सरकार लागू करेगी नया नियम

अमेरिका-भारत के बीच जल्द व्यापार समझौते संभव

इस वर्चुअल सम्मेलन के जरिए वित्त मंत्री ने उद्योग जगत को आश्वस्त करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को जल्द पटरी पर लाने के लिए सरकार और कदम उठाने से नहीं हिचकेगी. इससे पहले इसी कार्यक्रम में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत और अमेरिका एक व्यापार सौदे के करीब हैं.

पीयूष गोयल ने कहा कि नई दिल्ली और वॉशिंगटन दोनों को 50 से 100 उत्पादों को लेकर एक तरजीही व्यापार सौदा करना चाहिए और लंबी अवधि में मुक्त व्यापार समझौते की ओर बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज की तारीख में भारत और अमेरिका के बीच विश्वास की डोर बेहद मजबूत है.

इसे भी पढ़ें: कोरोना संकट से निपटने के लिए यूरोपियन यूनियन देगा 750 अरब यूरो का ऐतिहासिक पैकेज

उन्होंने कहा कि निवेश के मोर्चे पर भारत लगातार काम कर रहा है. इज ऑफ डूइंग पर फोकस किया जा रहा है. गोयल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सप्लाई चैन में जो एक खाली स्थान है, उससे भरने में भारत सक्षम है. कोरोना संकट के बीच दुनिया की निगाहें भारत पर है.

आत्मनिर्भर भारत का सपना होगा पूरा

Advertisement

निवेश के लिए अमेरिका के साथ-साथ दूसरे देशों के भारत अहम ठिकाना साबित होगा. पिछले दिनों सरकार ने आत्मनिर्भर भारत का नारा दिया है. पीएम मोदी के इस नारे को 130 करोड़ लोगों का साथ मिला है.

Advertisement
Advertisement