फ्लिपकार्ट, अमेजन और स्नैपडील सहित 8 बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों पर लगे फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट तोड़ने के आरोपों की जांच की जा रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुताबिक है कि इन कंपनियों ने कानून तोड़ा है जिसके चलते ये कंपनियां जांच के घेरे में हैं. आपको बता दें कि फेमा कानून के तहत विदेशों से पैसा ट्रांसफर किया जाता है.
इस वजह से फंसी कंपनियां
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक इन कंपनियों ने मुनाफा कमाने के चक्कर में मैन्यूफैक्चर्स से सीधे सामान खरीद कर उसे बड़े डिस्काउंट ऑफर के साथ ग्राहकों को बेचा है. आपको बता दें कि नियम के मुताबिक कंपनियां सिर्फ उन्हीं प्रोडक्ट्स को बेच सकती हैं जिन्हें वे खुद बनाती हैं. लेकिन आजकल ज्यादातर कंपनिया इस कानून को तोड़ते हुए दूसरे प्रोडक्ट्स को भी आसानी से खुले तौर पर बेचती हैं.
अगली सुनवाई फरवरी में
दरअसल इस जांच का सिलसिला तब शुरू हुआ था जब पिछले साल दिल्ली हाईकोर्ट ने ईडी से 21 कंपनियों पर फेमा के नियम तोड़ने से संबंधी जांच करने को कहा था. अब इस मामले की अगली सुनवाई फरवरी में होनी है.