एडेलवाइज ग्रुप के चेयरमैन रशेश शाह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. दरअसल, हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2000 करोड़ के विदेशी मुद्रा घोटाले में रशेश शाह को समन भेजा था.
इस समन के मुताबिक विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999 के तहत शाह को 9 जनवरी यानी गुरुवार को ईडी के सामने पेश होना था. इसके साथ ही कुछ जरूरी दस्तावेज देने के लिए भी कहा गया था लेकिन रशेश शाह पेश नहीं हुए. ऐसे में अब जल्द ही शाह के खिलाफ नए सिरे से समन जारी किया जाएगा.
क्या है मामला
यह मामला मीरा-भायंदर स्थित एक फर्म कैपस्टोन फॉरेक्स प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े विदेशी मुद्रा के उल्लंघन का है. इस मामले में 2 हजार करोड़ के घोटाले की आशंका है. बिजनेस टुडे की खबर के मुताबिक ईडी की जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि रशेश शाह के सहयोगी कुछ समय से जांच के दायरे में हैं.
एडेलवाइज की ओर से आया ये बयान
हालांकि एडेलवाइज फाइनेंस सर्विसेज ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उसकी किसी भी कंपनी ने संबंधित फर्म के साथ कोई लेनदेन नहीं किया है. कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया, "हमें ईडी की ओर से कैपस्टोन फॉरेक्स प्राइवेट लिमिटेड नामक एक कंपनी के साथ एडेलवाइज ग्रुप की कंपनियों को लेकर एक संदेश मिला है. हम यह बताना चाहते हैं कि हमारी किसी भी कंपनी का कैपस्टोन फॉरेक्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ कोई लेनदेन नहीं है. हम आधारहीन आरोपों को सिरे से नकारते हैं. हमें हैरानी हो रही है''

रशेश शाह कौन हैं?
दरअसल, एडेलवाइज ग्रुप भारत की एक निवेश और वित्तीय सेवा कंपनी है. ग्रुप की मूल कंपनी एडेलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड है, जिसकी स्थापना रशेश शाह ने की थी. यह कंपनी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड है. बहरहाल, इस खबर की वजह से एडेलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर में 10 फीसदी तक की गिरावट आई और यह 106 रुपये के भाव पर बंद हुआ.