प्राइवेट सेक्टर के लक्ष्मी विलास बैंक (एलवीबी) की आर्थिक सेहत को लेकर अकसर सवाल उठते रहे हैं. नियमों की अनियमितता के लिए रिजर्व बैंक ने बैंक पर तमाम तरह की पाबंदी भी लगाई थी.
वहीं, इंडियाबुल्स हाउसिंग के साथ विलय के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया था. अब लक्ष्मी विलास बैंक को एक और विलय का प्रस्ताव मिला है.
दरअसल, बैंक को एयॉन कैपिटल द्वारा समर्थित गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी क्लिक्स कैपिटल से विलय के लिए प्रस्ताव है. इससे एलवीबी के पूंजी आधार में 1,900 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी होगी. बैंक ने इस संबंध में शेयर बाजार को भी जानकारी दी है.
बता दें कि एयॉन कैपिटल,आईसीआईसीआई वेंचर्स और अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट द्वारा प्रवर्ति है और उसके पास क्लिक्स कैपिटल सर्विसेज और क्लिक्स फाइनेंस इंडिया की 85 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
अगर इतिहास की बात करें तो साल 1926 में लक्ष्मी विलास बैंक वजूद में आया. इसके बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से 1958 में लाइसेंस मिला.
वहीं साल 1974 से बैंक के ब्रांच का विस्तार शुरू हुआ. लक्ष्मी विलास
बैंक के ब्रांच और फाइनेंशियल सेंटर आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल के अलावा
दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में भी मौजूद हैं.
वर्तमान में लक्ष्मी विलास बैंक की देशभर में 569 शाखाएं, 1046 एटीएम हैं. फिलहाल लक्ष्मी विलास बैंक का शेयर भाव 16 रुपये के आसपास है.