रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कंपनी को मार्च 2021 तक कर्ज मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है, इसी कड़ी में कंपनी लगातार निवेश जुटाने में लगी है, और पिछले दो महीने में यानी कोरोना संकट के बीच जियो प्लेटफॉर्म्स में 92,202 करोड़ रुपये के निवेश हुए हैं. (Photo: File)
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दरअसल, सिल्वर लेक ने अपनी प्राइवेट इक्विटी फर्म के जरिए जियो प्लेटफॉर्म पर 4 मई 2020 को 5655.75 करोड़ रुपये का निवेश किया था, अब एक बार फिर सिल्वर लेक ने जियो में अपने निवेश के दायरे को बढ़ा दिया है. (Photo: File)
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रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बताया कि सिल्वर लेक ने एक बार फिर जियो प्लेटफॉर्म में 4546.8 करोड़ रुपये का निवेश करके अतिरिक्त 0.93 फीसदी की हिस्सेदारी ले रही है. इस तरह से सिल्वर लेक का कुल निवेश 10,202.55 करोड़ रुपये हो गया है. (Photo: File)
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बता दें, लॉकडाउन के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम कंपनी जियो को एक के बाद एक 6 बड़े विदेशी निवेश मिल चुके हैं. इससे पहले शुक्रवार सुबह रिलायंस ने ऐलान किया था कि अबूधाबी की सरकारी इनवेस्टमेंट कंपनी मुबादल ने 9093.60 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है. (Photo: File)
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मुबादल इन्वेस्टमेंट कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर खलादून अल मुबारक ने बताया कि जियो ने भारत में संचार और कनेक्टिविटी को पहले से बदल दिया है. एक निवेशक और भागीदार के रूप में, हम भारत की डिजिटल विकास यात्रा का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. (Photo: File)
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सिल्वर लेक के ताजा निवेश के साथ ही जियो प्लेटफॉर्म्स ने पिछले दो महीनों में करीब 92,202 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं. इन इन्वेस्टर्स में फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, KKR और मुबादल इनवेस्टमेंट शामिल हैं. (Photo: File)
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असल में रिलायंस को अब भविष्य टेक कंपनियों में शायद दिख रहा है. इसलिए रिलायंस खुद को कंज्यूमर प्लस टेक कंपनी के रूप में स्थापित कर रही है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने साल 2006 में खुदरा कारोबार और 2010 में टेलीकॉम कारोबार में प्रवेश किया था. (Photo: File)