कोरोना वायरस के देशभर में कुल 26 मामले सामने आ चुके हैं. जिसके सरकार हरकत में आ गई है. खासकर विदेशों से आने वालों की स्क्रीनिंग की जा रही है, ताकि मामले को और बढ़ने से रोका जा सके. बुधवार को कोरोना वायरस के संदिग्ध उत्तर प्रदेश के आगरा और नोएडा में मिले. जिसके बाद उत्तर प्रदेश में सतर्कता को बढ़ाया गया है.
उत्तर प्रदेश के आगरा में सैलानियों की जांच शुरू हो गई है. ताज महल पर आ रहे सैलानियों की थर्मल गन (Thermometer Gun) से जांच की जा रही है और जांच के बाद ही एंट्री दी जा रही है.
दरअसल, भारत में अब तेजी से कोरोना के संदिग्ध मामले सामने आ रहे हैं, सबसे ज्यादा इसका असर टूरिज्म पर भी पड़ रहा है और ताजमहल आने वाले किसी भी टूरिस्ट की अब थर्मल गन से जांच की जा रही है.
ताजमहल के पास एक थर्मल गन लगाई गई है, जो भी टूरिस्ट यहां पर घूमने आ रहा है उसकी जांच की जा रही है. इसके पहले देश के तमाम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों और बंदरगाहों पर थर्मल इमेजिनरी उपकरण से जांच की जा रही है.
दरअसल एयरपोर्ट और सी-पोर्ट पर एक्सपर्ट्स की टीम द्वारा थर्मल गन से आने-जाने वाली स्क्रीनिंग की जा रही है. खासकर चीन, इंग्लैंड, हॉन्गकॉन्ग, सिंगापुर, जापान और कोरिया जैसे देशों से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग हो रही है.
थर्मल गन के बारे में
एक्सपर्ट की मानें तो थर्मल गन (Thermometer Gun) से स्क्रीनिंग के जरिए कोरोना वायरस या फिर ऐसे ही किसी अन्य रोग से पीड़ित व्यक्ति की पहचान की जा सकती है. थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान एक स्वस्थ्य व्यक्ति और किसी तरह के विषाणु से ग्रस्त व्यक्ति में साफ अंतर पता चल जाता है.
ऑनलाइन बुक कर सकते हैं थर्मल गन
ई-कॉमर्स वेबसाइट पर Thermometer Gun उपलब्ध हैं, जिसकी शुरुआती कीमत 3 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक है. आप इसे घर बैठे ऑर्डर करके मंगवा सकते हैं. हालांकि कहा जा रहा है कि स्क्रीनिंग के दौरान की एक्सपर्ट की मदद जरूरी है.
क्या असर होता है?
इसकी खासियत यह भी है कि इससे निकलने वाली
तरंगों का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. थर्मल गन को सिर के पास ले जाकर
तापमान मापा जाता है. जिससे स्वस्थ व्यक्ति और संदिग्ध रोगी के बीच तापमान
के अंतर से पता चलता है.
Thermometer Gun से कैसे होती है मरीज की पहचान?
यह स्कैनर व्यक्ति के शरीर के तापमान के आधार पर संदिग्ध रोगी का पता लगाता है. एक्सपर्ट का कहना है कि एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति के मुकाबले कोरोना पीड़ित के शरीर का तापमान अधिक होगा. प्राथमिकी तौर पर इस यंत्र से पुष्टि होने के बाद संदिग्ध मरीज को मेडिकल जांच के लिए भेजा जाता है.
थर्मल गन की खासियत
थर्मल गन एक इंफ्रारेड कैमरे की तरह काम करता है. स्क्रीनिंग के दौरान इससे गुजरने वाले व्यक्ति के शरीर में मौजूद विषाणु इंफ्रारेड तस्वीरों में दिखाई पड़ते हैं. डॉक्टर की मानें तो विषाणुओं की संख्या अधिक या खतरनाक लेवल पर होने से व्यक्ति के शरीर का तापमान भी बढ़ जाता है.