टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा कैपिटल का आईपीओ (Tata Capital IPO) आज शेयर बाजार में डेब्यू करने वाला है. लेकिन लिस्टिंग से पहले ही इसमें पैसे लगाने वालों के लिए हैरान करने वाली खबर है. दरअसल, बाजार में एंट्री से ऐन पहले इसका ग्रे-मार्केट प्रीमियम (Tata Capital GMP) जीरो हो गया है यानी ये फ्लैट लिस्टिंग का संकेत दे रहा है. बता दें कि ये इश्यू रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए बीते 6 अक्टूबर को ओपन हुआ था और इसमें 8 अक्टूबर तक पैसे लगाए गए थे.
लिस्ट होने से पहले GMP धड़ाम
15,511.87 करोड़ रुपये का टाटा कैपिटल का ये इश्यू, साल 2025 का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है. लेकिन इसे जहां निवेशकों का ठंडा रिस्पांस मिला, तो वहीं ग्रे-मार्केट में भी ये शुरुआत से ही सुस्ती दिखाता नजर आया. इस आईपीओ के तहत कंपनी ने 47.58 करोड़ शेयर जारी किए थे, जिनमें 21 करोड़ फ्रेश शेयर शामिल थे. वहीं 26.58 करोड़ शेयर प्रमोटरों के द्वारा ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बिक्री के लिए पेश किए गए थे. ग्रे-मार्केट प्रीमियम पर नजर डालें, तो ये लिस्टिंग डे पर जीरो हो चुका है यानी इसकी लिस्टिंग बिना किसी बढ़त के हो सकती है, जो निवेशकों के लिए निराशा वाली लिस्टिंग होगी.
निवेशकों से मिला था ठंडा रिस्पांस
इस बड़े आईपीओ को उम्मीद के मुताबिक, निवेशकों के अच्छा रिस्पांस हासिल नहीं हुआ था. तीन दिन की बोली प्रक्रिया के बाद अंत में टाटा कैपिटल का आईपीओ को कुल 1.95 गुना ही सब्सक्राइब्ड किया गया था. कंपनी के शेयरों के प्राइस बैंड पर नजर डालें, तो ये 310 से 326 रुपये प्रति शेयर रखा गया था. वहीं एक लॉट का साइज 46 शेयरों का तय किया गया था.
कमाई शानदार, फिर क्यों फीका रहा IPO
टाटा ग्रुप देश के सबसे पुराने और बड़े कारोबारी घरानों में से एक है. इसकी कंपनी टाटा कैपिटल की कमाई की बात करें, तो FY26 की पहली तिमाही में जोरदार फायदा हुआ था. इसके नेट प्रॉफिट में सालाना आधार पर दोगुने से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला था और ये एक साल पहले की समान तिमाही के 472 करोड़ रुपये की तुलना में दोगुने से ज्यादा बढ़कर 1,041 करोड़ रुपये हो गया था.
इसके अलावा कंपनी की कुल आय भी ताबड़तोड़ बढ़ोतरी के साथ जून 2024 तिमाही के 6,557 करोड़ रुपये की आय इस साल बढ़कर पहली तिमाही में 7,692 करोड़ रुपये हो गई थी. इसके बावजूद कंपनी के आईपीओ को मिले ठंडे रिस्पांस के पीछे टाटा ग्रुप में बीते कुछ समय से जारी आंतरिक कलह को माना जा सकता है, जिसका मामला सरकार तक के पास पहुंच चुका है.
(नोट- शेयर बाजार या आईपीओ में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)