scorecardresearch
 

खरीद लीजिए सस्ता सोना... आज से बेच रही है मोदी सरकार, लगाना होगा 5561 रुपये

Sovereign Gold Bond: गोल्ड में निवेश करने वालों के लिए बड़ा मौका है. सरकार डिस्काउंट पर सोना बेच रही है. देश का कोई भी नागरिक आसानी से गोल्ड में निवेश कर सकता है. सरकार की तरफ से रिजर्व बैंक गोल्ड बॉन्ड जारी करता है.

Advertisement
X
गोल्ड में निवेश का बड़ा मौका.
गोल्ड में निवेश का बड़ा मौका.

अगर आप गोल्ड (Gold) में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपके पास शानदार मौका है. आप सस्ती दरों पर सोना खरीद सकते हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) सब्सक्रिप्शन के लिए 6 मार्च यानी आज से अपनी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) स्कीम 2022-23 सीरीज की चौथी किश्त को शुरू कर रहा है. ये इस फाइनेंसियल ईयर की आखिरी किश्त होगी. निवेश के लिए ये बॉन्ड स्कीम 10 मार्च तक उपलब्ध रहेगी. इस स्कीम के तहत आप मार्केट रेट से कम पर सोना खरीदकर निवेश कर सकते है.

कितना है इश्यू प्राइस?

रिजर्व बैंक ने गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू प्राइस 5,611 रुपये प्रति ग्राम तय किया है. दिसंबर में लॉन्च हुए गोल्ड बॉन्ड इश्यू के लिए रिजर्व बैंक ने 5,409 रुपये प्रति ग्राम का प्राइस तय किया था. रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि 1 मार्च 2 मार्च और 3 मार्च के क्लोजिंग प्राइस के साधारण औसत पर विचार करने के बाद इश्यू प्राइस 5,611 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. गोल्ड बॉन्ड का ईश्यू प्राइस 999 प्योरिटी वाले सोने पर बेस्ड होता है.

कितना मिलता है ब्याज?

सरकार ने गोल्ड में निवेश के लिए गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना की शुरुआत की है. इन बॉन्ड्स पर दी जाने वाली ब्याज दर प्रारंभिक निवेश की राशि पर 2.50 प्रतिशत प्रति वर्ष है, जो निवेशक बॉन्ड खरीदने के लिए भुगतान करते हैं. ब्याज की राशि हर छह महीने पर निवेशकों के खाते में पहुंचती है. रिजर्व बैंक समय-समय पर नियम और शर्तों के साथ गोल्ड बॉन्ड जारी करता रहता है. इस गोल्ड बॉन्ड की सरकारी गारंटी होती है.   

Advertisement

 मिलेगी इतने रुपये की छूट

रिजर्व बैंक ने गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू प्राइस 5,611 रुपये प्रति ग्राम रखा है. लेकिन इसे 5,561 रुपये प्रति ग्राम की दर से भी खरीदा जा सकता है. इसके लिए निवेशकों को ऑनलाइन पेमेंट करना होगा, तो उन्हें 50 रुपये की छूट मिलेगी. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिए कैश, डिमांड ड्राफ्ट या फिर नेट बैंकिंग के माध्यम से पेमेंट किया जा सकता है. गोल्ड बॉन्ड के लिए लॉक इन पीरियड आठ साल है. हालांकि, पांचवें साल में बाहर निकलने का विकल्प उपलब्ध है. 

कितना सोना खरीद सकते हैं?

किसी भी एक फाइनेंसियल ईयर में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत ज्यादा से ज्यादा 4 किलो सोना खरीदा जा सकता है. अविभाजित हिंदू परिवारों और ट्रस्‍टों के लिए ये ये लिमिट 20 किलो तय की गई है. आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को बैंकों (स्मॉल फाइनेंस बैंकों और पेमेंट बैंकों को छोड़कर) स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, नॉमिनेटेड डाक घरों और मान्यता प्राप्त एक्सचेंज लिमिटेड के माध्यम से खरीद सकते हैं.

 

Advertisement
Advertisement