सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार की बढ़त पर ब्रेक लग गया. गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स 394.40 अंक यानी 1.02 प्रतिशत का गोता लगाकर 38,220.39 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 96.20 अंक यानी 0.84 प्रतिशत टूटकर 11,312.20 अंक पर ठहरा. इससे पहले लगातार तीन कारोबारी दिन शेयर बाजार में तेजी दर्ज की गई थी. बहरहाल, आइए जानते हैं कि आखिर इस गिरावट की वजह क्या है..
एशियाई बाजार में सुस्ती
दरअसल, वैश्विक बाजारों पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अर्थव्यवस्था को लेकर सतर्क रुख, अमेरिका-चीन तनाव और कोरोना वायरस संक्रमण नये क्षेत्रों में फैलने से बाजार पर असर पड़ा. फेडरल रिजर्व की बैठक के ब्योरे के अनुसार नीति निर्माता अर्थव्यवस्था के बारे में कोई अनुमान जताने को लेकर स्वयं को असमर्थ पा रहे हैं.
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वास्तव में यह कोरोना वायरस की स्थिति पर निर्भर करता है. दोपहर के कारोबार में बाजार में तेजी आती दिखी लेकिन मुनाफावसूली से वह कायम नहीं रह पायी. कारोबारी विश्वबैंक की रिपोर्ट को लेकर भी चिंतित हैं. विश्वबैंक ने कहा है कि मौजूदा हालात संकेत देते हैं कि चालू वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था में 3.2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आएगी.
इस हफ्ते बाजार का हाल
इससे पहले बुधवार को सेंसेक्स 86 अंक बढ़त के साथ बंद हुआ. वहीं, निफ्टी भी 23 अंक मजबूत होकर 11,408 अंक पर रहा. मंगलवार को सेंसेक्स 477.54 अंक बढ़कर 38,528 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी 138.25 अंक की बढ़त के साथ 11,385 अंक पर रहा. सोमवार की बात करें तो सेंसेक्स 173.44 अंकों की तेजी के साथ 38,050.78 पर और निफ्टी 69 अंकों की तेजी के साथ 11,247 पर बंद हुआ.