'रस्सी जल गई, पर ऐठन नहीं गई...' ये कहावत पाकिस्तान पर बिल्कुल फिट बैठती है. पाकिस्तान की आर्थिक हालत बदहाल है. कर्ज रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है. IMF से लेकर चीन, सऊदी अरब और अन्य देशों के सामने लोन के लिए हाथ फैला रहा है. पाकिस्तान की आम जनता महंगाई से त्रस्त हो चुकी है, लेकिन पाकिस्तान जनता के लिए मिले पैसों को हथियारों पर लुटा रहा है.
दरअसल, पाकिस्तान ने मंगलवार को ऐलान किया कि वह अपने डिफेंस खर्च में 20 फीसदी की भारी बढ़ोतरी कर रहा है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने एक बजट पेश किया जिसमें वित्त वर्ष 2026 में डिफेंस खर्च के लिए 2.55 ट्रिलियन रुपये (9 अरब डॉलर) आवंटित किए गए, जबकि इस महीने समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में यह 2.12 ट्रिलियन था. लेकिन अब इसे बढ़ाकर 9 अरब डॉलर कर दिया गया है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय हमलों से देश को गंभीर नुकसान होने के बाद यह कदम उठाया गया है.
पाकिस्तान ने घटाया कुल खर्च, लेकिन बढ़ाया डिफेंस बजट
वहीं पाकिस्तान कुल खर्च को 7% घटाकर 17.57 ट्रिलियन रुपये ($62 बिलियन) कर रहा है. पाकिस्तान ने चालू वित्त वर्ष में के लिए 2.12 ट्रिलियन रुपए (7.45 बिलियन डॉलर) का आवंटन किया है, जिसमें 2 अरब डॉलर प्रोडक्ट्स और अन्य असेट शामिल हैं. इसके अलावा, 563 अरब रुपये (1.99 अरब डॉलर) सैनिक पेंशन के लिए अलग रखे गए हैं, जिन्हें आधिकारिक डिफेंस बजट में नहीं गिना जाता है.
सिंधु नदी का पानी रोकने के बाद जल संरक्षण पर फोकस
बजट के दौरान अन्य चीजों का भी ऐलान किया गया है. भारत की ओर से सिंधु जल समझौता को रद्द करने के बाद पाकिस्तान ने जल संरक्षण पर फोकस रखने का भी प्लान बनाया है. राष्ट्रीय जल नीति 2018 के अनुसार, पाकिस्तान में जल सिस्टम के लिए नए टारगेट सेट किए गए हैं. जिसमें 10 मिलियन एकड़ जल संरक्षण में ग्रोथ, पानी की बर्बादी में 33 फीसदी की कमी, जल कंजम्पशन दक्षता में 3 फीसदी की ग्रोथ शामिल है. बजट में कहा गया कि 59 में से 34 बहुमूल्य जल परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं.
जल प्रोजेक्टस के लिए 133 अरब PKR
जल संसाधन परियोजनाओं के लिए 133 बिलियन रुपये (पीकेआर) आवंटित किए गए हैं. डायमर बाशा बांध के लिए 32.7 बिलियन रुपये, मोहमंद बांध के लिए 35.7 बिलियन रुपये, कराची बल्क वाटर सप्लाई के4 परियोजना के लिए 3.2 बिलियन रुपये, फीडर कैनाल लाइनिंग के लिए 10 बिलियन रुपये और सिंधु बेसिन सिस्टम के लिए 4.4 बिलियन रुपये आवंटित किए गए हैं.