कोरोना की दूसरी लहर का देश की अर्थव्यवस्था पर असर दिखना शुरू हो गया है. अप्रैल में सर्विस सेक्टर का PMI Index गिरकर तीन महीने के निचले स्तर पर चला गया है. जानें पूरी खबर
परचेजिंग मैनेजरों के बीच सर्वे
सेवा क्षेत्र का PMI Index को तैयार करने के लिए निक्की आईएचएस मार्केट सर्विसेस हर महीने सर्विस सेक्टर के परचेजिंग मैनेजरों के बीच सर्वे करती है. अप्रैल में ये इंडेक्स घटकर 54 अंक पर आ गया है जो मार्च में 54.6 अंक पर था.
जनवरी के बाद का निचला स्तर
यूं तो PMI Index का 50 अंक से ऊपर रहना उस सेक्टर में विस्तार की गतिविधियों को दिखाता है. लेकिन मार्च से तुलना की जाए तो अप्रैल में सर्विस सेक्टर के PMI Index में गिरावट दर्ज की गई है. वहीं साल 2021 की शुरुआत से अब तक यानी जनवरी के बाद से अब तक का ये सबसे निचला स्तर है.
क्या भविष्य में सुधरेंगे हालात
आईएचएस मार्केट में इकोनॉमिक्स एसोसिएट डायरेक्टर पॉलियाना डी लीमा कहती हैं कि आने वाले साल में कंपनियों को उत्पादन अधिक होने की उम्मीद है, लेकिन कोरोना महामारी के चलते कारोबारी सेंटीमेंट नीचे बना हुआ है. अगर नया कारोबार होने के आंकड़ों को देखा जाए तो ये मार्च के स्तर के बराबर ही है और कारोबार को लेकर उम्मीद भी पॉजिटिव ही हैं लेकिन पूरे साल में कारोबार कैसा रहेगा इसके लिए बिजनेस सेंटीमेंट नीचे बना हुआ है.
बढ़ी है सर्विस सेक्टर कंपनियों की लागत
पीएमआई इंडेक्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना की वजह से सर्विस सेक्टर की कंपनियों पर दबाव बढ़ा है. उनकी लागत में भी इजाफा हुआ है. पेट्रोल-डीजल, खाने की वस्तुओं के ऊंचे दाम से लगातार 10वें महीने उनकी लागत में वृद्धि देखी गई है.
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