सोने-चांदी के रेट में बड़ी गिरावट आई है. MCX पर मंगलवार को सोने और चांदी के भाव में बड़ी गिरावट देखने को मिली. सोने का भाव करीब 600 रुपये टूटकर 1.30 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम पर था, जबकि चांदी की कीमत 2430 रुपये टूटकर 179600 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही थी.
इस बड़ी गिरावट के बावजूद सोने और चांदी की डिमांड कम नहीं हो रही है. फिजिकल से लेकर ईटीएफ माध्यम से सोने-चांदी खरीदे जा रहे हैं. चांदी ने अपना पिछला रिकॉर्ड हाई लेवल 1.70 लाख रुपये तोड़कर 1.80 लाख रुपये के करीब कारोबार कर रही है. वहीं सोना भी अपने रिकॉर्ड हाई लेवल के करीब है. इस बीच, एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि चांदी का भाव 2 लाख रुपये प्रति किलो इसी महीने पहुंच सकता है.
क्यों 2 लाख रुपये के पार जाएगी चांदी?
केडिया एडवाइजरी के अनुसार हाल ही में 173,965 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को पार करने के कारण, चांदी की कीमतें 2025 में 200,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती हैं. कंसल्टेंसी ने इस तेज ग्रोथ के पीछे का कारण बताते हुए कहा कि कमजोर अमेरिकी व्यापक आर्थिक आंकड़ों, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों और वैश्विक भंडार में कमी के कारण तेजी आ सकती है.
ईटीएफ में भारी बढ़ोतरी
रिपोर्ट में कहा गया है कि चांदी को एक महत्वपूर्ण खनिज के तौर पर रखने का अमेरिकी फैसला, टैरिफ संबंधी नई चिंताओं और प्रमुख चांदी-सपोर्टिव एक्सचेंज-ट्रेडेड फंडों में भारी निवेश से भी सपोर्ट मिल रहा है. केडिया एडवाइजरी ने बताया कि पिछले हफ्ते में अकेले iShares सिल्वर ट्रस्ट (SLV) में 324 टन की बढ़ोतरी हुई, जो जुलाई के बाद से इसका सबसे बड़ा निवेश है. इस कदम से ETF की होल्डिंग लंदन के वॉल्ट में जमा कुल चांदी का 47.5% हो गई.
चांदी के भंडार में भी कमी?
COMEX, शंघाई फ्यूचर्स एक्सचेंज और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया के व्यापारियों ने आपूर्ति की कमी और टैरिफ-लिंक्ड प्रीमियम से उत्साहित होकर अपनी पोजीशन में तेजी से बढ़ोतरी की है. 5.4 करोड़ औंस की आमद के बावजूद लंदन के भंडार में कमी बनी हुई है, जबकि शंघाई में भंडार 2015 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर है. अक्टूबर से अबतक कॉमेक्स से करीब 7.5 करोड़ औंस की निकासी हो चुकी है.
चांदी में हो रही जबरदस्त खरीदारी
इन हालातों के बीच चीन में दशक के निचले स्तर पर स्टॉक, ईटीएफ की मजबूत मांग और लगातार आपूर्ति की कमी के बीच चांदी ने शुक्रवार की 6% की जबरदस्त तेजी दिखाई है.उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते ग्लोबल सिल्वर ईटीएफ में 97 लाख औंस का निवेश हुआ, जिससे इस साल अब तक कुल निवेश बढ़कर 11.34 करोड़ औंस हो गया है.
चांदी ने डबल किया पैसा
2025 में चांदी की कीमतों का प्रदर्शन शानदार रहा है. 11 महीनों में इस धातु की कीमत लगभग दोगुनी हो गई है. वहीं सोने ने इस अवधि के दौरान 60 फीसदी का रिटर्न दिया है. एमसीएक्स पर चांदी केवल 10 दिनों में लगभग 20% उछलकर 184,000 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास पहुंच गई. इसी अवधि के दौरान इंटरनेशनल कीमतों में 21 फीसदी की तेजी हुई. अक्टूबर में चांदी ने ऐतिहासिक 50 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर लिया और थोड़े से सुधार के बाद जोरदार वापसी करते हुए अब 56.90 डॉलर के आसपास कारोबार कर रही है.