लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार कल यानि 1 फरवरी को लोकसभा में देश का अंतरिम बजट पेश करेगी. अमेरिका में इलाज करा रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली की गैर-मौजूदगी में यह बजट पीयूष गोयल पेश करेंगे. 31 जनवरी से शुरू हुआ संसद का बजट सत्र 13 फरवरी तक चलेगा और यह वर्तमान सरकार के तहत संसद का अंतिम सत्र होगा.
कल क्या-क्या होगा
शुक्रवार को सुबह से ही बजट को लेकर हलचल तेज रहेगी. सबसे पहले वित्त मंत्रालय से बजट डॉक्यूमेंट संसद लाए जाएंगे. इसके बाद पीएम मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की संक्षिप्त बैठक हो सकती है. बैठक के बाद सदन के बाहर सूटकेस के साथ पीयूष गोयल का फोटो सेशन संभव है. वहीं सुबह 11 बजे से कार्यवाहक वित्त मंत्री पीयूष गोयल की बजट स्पीच शुरू होगी. लगभग हर साल बजट के दौरान वित्त मंत्री के परिवार के सदस्य दर्शक दीर्घा में मौजूद रहते हैं. इस बार यह देखना दिलचस्प होगा कि पीयूष गोयल का परिवार मौजूद रहता है या नहीं.
बाजार पर भी रहेगी नजर
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन पेश हो रहे बजट का असर शेयर बाजार पर भी देखने को मिल सकता है. हर साल बजट के दिन बाजार में उथल-पुथल रहती है. यहां बता दें कि गुरुवार को सेंसेक्स 665.44 अंक की छलांग लगाकर 36,256.69 पर जबकि निफ्टी 179.15 अंक चढ़कर 10,830.95 के स्तर पर बंद हुआ.
कैसे देख सकेंगे बजट लाइव
अगर आप बजट को लाइव देखना चाहते हैं तो http://budgetlive.nic.in/ लिंक पर विजिट करें. यहां 1 फरवरी को सुबह 11 बजे से पीयूष गोयल की बजट स्पीच लाइव होगी. इसके अलावा बजट स्पीच को आप हिंदी में https://www.indiabudget.gov.in/hindex.asp पर जाकर देख सकेंगे. बता दें कि बजट पेश होने के तुरंत बाद हिंदी और अंग्रेजी में इस वेबसाइट पर बजट अपलोड कर दिया जाता है. वहीं पीआईबी की वेबसाइट से भी बजट भाषण की पीडीएफ फाइल ले सकते हैं. आप आजतक की वेबसाइट पर भी लाइव बजट के हर पल की खबर की जानकारी ले सकेंगे.
बजट भाषण की समयसीमा
वैसे तो वित्त मंत्री के बजट स्पीच की समयसीमा का कोई निर्धारण नहीं है लेकिन आमतौर पर यह 1.30 घंटे से 2 घंटे तक की होती है. इस हिसाब से बजट भाषण करीब 1 बजे तक खत्म हो जाता है. वहीं हर साल बजट भाषण में आध्यात्मिक और शायराना बातें भी होती रही हैं. बीते साल वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 1 घंटे 48 मिनट का बजट भाषण दिया था. हालांकि बीते साल बजट भाषण के दौरान अरुण जेटली का शायराना अंदाज गायब था.
लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड एनडीए सरकार में वित्त मंत्री रहे जसवंत सिंह के नाम रहा है. उन्होंने 2 घंटे 13 मिनट का बजट भाषण दिया था. वैसे शब्दों के हिसाब से देखें तो सबसे लंबा बजट भाषण पेश करने का रिकॉर्ड डॉक्टर मनमोहन सिंह का रहा है. साल 1991 में वित्त मंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह ने अब तक का सबसे लंबा बजट भाषण पढ़ा. उनका यह भाषण 18,650 शब्दों का था.
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इस बार है अंतरिम बजट
केन्द्र में नरेन्द्र मोदी सरकार अपना पांच बजट पेश करने के बाद अब अंतरिम बजट पेश करने जा रही है. यह बजट अन्य सालों से बिल्कुल उलट होगा. अंतरिम बजट तब पेश होता है जब देश में लोकसभा चुनाव हो या फिर सरकार के कार्यकाल खत्म होने में कुछ महीनों का वक्त बचा हो. हर साल सरकार अपने कार्यकाल का वार्षिक लेखा-जोखा संसद में पेश करती है. वहीं अंतरिम बजट में आंशिक समय के लिए बजट पेश की जाती है. इसमें कुछ महीनों या फिर कुछ दिनों के राजस्व का लेखा जोखा तय होता है. इसे मिनी बजट भी कहा जाता है.