बिहार की राजनीति में जातिगत समीकरणों पर चर्चा हुई. नेता ने कहा कि वे सकारात्मक राजनीति के पक्षधर हैं और बिहारी पहचान को महत्व देते हैं. उन्होंने युवा सांसदों को मौका देने का फैसला किया जो नए बिहार का प्रतिनिधित्व करते हैं. उपचुनावों में एनडीए के प्रदर्शन का उल्लेख किया गया. नेता ने बताया कि वे पॉजिटिव मैनिफेस्टेशन में विश्वास रखते हैं और इसी ने उन्हें सफलता दिलाई है.