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Bihar: बालू माफिया से घूस लेने वाले डायल 112 के 8 पुलिसकर्मी गए जेल... लेनदेन का ऑडियो हुआ था वायरल

बिहार के सारण में पुलिस और बालू माफिया की सांठगांठ का एक बार फिर से खुलासा हुआ है. डॉयल 112 की गाड़ी में तैनात आठ पुलिसकर्मियों का बालू पासिंग माफियाओं से पैसों के लेनदेन का ऑडियो वायरल हुआ था. अब इसके बाद सारण एसपी गौरव मंगला ने कार्रवाई करते हुए सभी 8 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया और सभी को जेल भेज दिया.

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डॉयल 112 की गाड़ी
डॉयल 112 की गाड़ी

सारण जिले में बालू पासिंग माफियाओं से सांठगांठ कर अवैध तरीके से बालू लदे वाहनों को पास कराने के आरोप में सारण पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव मंगला ने 8 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. सभी भगवान बाजार थाना क्षेत्र में तैनात इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल (ERV)112 गश्ती गाड़ी में ड्यूटी पर थे. सभी को जेल भेज दिया गया है. 

निलंबित पुलिसकर्मियों के खिलाफ भगवान बाजार थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इस मामले में सब इंस्पेक्टर अजीत कुमार, ASI किरण कुमारी, सिपाही मनोज कुमार, महिला सिपाही सरिता कुमारी, शिल्पी कुमारी, सैप चालक सन्तोष कुमार और सैप चालक श्याम किशोर सिंह शामिल हैं.

सोशल मीडियो पर वायरल हुआ था लेनदेन का ऑडियो
सोशल मीडिया में एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा था. इसमें भगवान बाजार थाने के पुलिस कर्मी और बालू पासिंग माफिया के बीच अवैध बालू लदे वाहनों के पासिंग के बारे में बातचीत स्पष्ट रूप से सुनाई दे रही है. साथ ही साथ इसी ऑडियो क्लिप में पुलिसकर्मियों और बालू पासिंग माफिया के बीच रुपया लेनदेन को लेकर भी बातचीत सुनाई दे रही है.

एसपी ने सभी आरोपी पुलिसवाले को किया निलंबित
सोशल मीडिया पर ऑडियो वायरल होने के बाद मामला सारण पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव मंगला के पास पहुंचा. पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव मंगला ने इस ऑडियो क्लिप पर संज्ञान लेते हुए पुलिस उपाधीक्षक राजकिशोर सिंह को इस ऑडियो क्लिप की जांच का निर्देश दिया. 

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आरोपी पुलिसकर्मियों ने स्वीकारी अपनी संलिप्तता
इस मामले की जांच करने वाले पुलिस उपाधीक्षक राजकिशोर सिंह ने बताया कि भगवान बाजार थाना क्षेत्र में तैनात इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल पर दो शिफ्टों में तैनात 8 पुलिस कर्मियों, जिसमे 2 पुलिस अधिकारी, 2 महिला सिपाही, 2 पुरुष सिपाही और 2 सैप चालक शामिल हैं. इनकी संलिप्तता बालू पासिंग माफियाओं के साथ साबित हुई है. 

सभी आरोपी पुलिसकर्मियों ने इस घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. इनसभी को तत्काल निलम्बित कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है. साथ ही साथ इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई कर बर्खास्त करने की भी प्रक्रिया चलाई जाएगी.

लोगों की मदद के लिए बनाई गई है 112 ब्रिगेड 
सरकार ने 112 नम्बर की ERV बिग्रेड को जनता को त्वरित मदद के लिए सभी जिला मुख्यालयों सहित ग्रामीण इलाकों में तैनात किया है. लेकिन इनपर तैनात पुलिसकर्मियों ने छपरा में लोगों की मदद करने के बदले अवैध वसूली का जरिया बना दिया. हालांकि, सारण पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव मंगला ने कड़ी कार्रवाई कर अपना सख्त सन्देश दे दिया है.

सारण पुलिस अधीक्षक ने प्रेस रिलीज के माध्यम से जनता से आग्रह किया है कि किसी भी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई गैरकानूनी आचरण किया जाता है,तो उसका ऑडियो-वीडियो साक्ष्य के रूप में पुलिस अधीक्षक के नम्बर पर भेजने का कष्ट करें. साक्ष्य देने वाले की पहचान गुप्त रखी जायेगी.

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