बिहार के समस्तीपुर में सहायक जेल अधीक्षक से कथित रूप से शादी करने का दावा करने वाली दो बच्चों की मां ने शुक्रवार को एसपी कार्यालय के बाहर अपनी हाथ की नस काट ली. महिला ने आरोप लगाया कि उसे न्याय नहीं मिल रहा था और इसी आहत भावना में उसने यह खौफनाक कदम उठाया. घटना के बाद पुलिस ने तुरंत उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया.
कुछ दिन पहले ही यह महिला दलसिंहसराय स्थित सहायक जेल अधीक्षक आदित्य कुमार के सरकारी आवास पर हंगामा कर चुकी है. महिला का दावा है कि दोनों ने 2022 में गया के एक मंदिर में शादी की थी और पति-पत्नी की तरह रह भी रहे थे, लेकिन अब जेल अधिकारी ने उसे रखने से इंकार कर दिया है.
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सरकारी आवास पर हंगामा और एसपी दफ्तर में ड्रामा
महिला ने आरोप लगाया कि वह 20 नवंबर से सहायक जेल अधीक्षक के साथ उनके सरकारी आवास पर रह रही थी. इसी दौरान दोनों के बीच झगड़ा हुआ और महिला के अनुसार, उसके साथ मारपीट भी की गई. इसके बाद 30 नवंबर को अधिकारी के माता-पिता के पहुंचने के बाद स्थिति और बिगड़ गई. महिला के मुताबिक, माता-पिता के दबाव में अधिकारी ने उसे घर से निकाल दिया.
हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस सरकारी आवास पहुंची और महिला को काफी समझाया. लेकिन वह उसी घर में रहने की जिद पर अड़ी रही. बाद में पुलिस उसे थाने ले गई. महिला ने पहले पति से तलाक का केस गया कोर्ट में डाल रखा है. इसी दौरान उसकी मुलाकात आदित्य से हुई थी और धीरे-धीरे उनके बीच नजदीकियां बढ़ीं.
‘मुझे पत्नी मानकर रखा, बच्चों से प्यार किया’- महिला का दावा
महिला ने बताया कि आदित्य को उसके दोनों बच्चों के बारे में पूरी जानकारी थी और वे दोनों बच्चों को अपने बेटे की तरह प्यार करते थे. उसने कहा कि मंदिर में शादी के बाद दोनों पति-पत्नी की तरह साथ रह रहे थे. महिला ने सहायक जेल अधीक्षक के साथ बिताए पलों का वीडियो भी साझा किया है, जिसे वह सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश करने की बात कह रही है.
सदर अस्पताल में इलाज के दौरान महिला ने बताया कि 4 दिसंबर को दोनों पक्षों को एसपी कार्यालय बुलाया गया था. उसके अनुसार, सहायक जेल अधीक्षक पहले उसे रखने के लिए तैयार थे, लेकिन माता-पिता के साथ एसपी से मिलने के बाद उन्होंने अपना निर्णय बदल दिया. इसी बात से आहत होकर महिला अगले ही दिन न्याय के लिए एसपी ऑफिस पहुंची, लेकिन एसपी से मुलाकात न होने पर उसने अपनी हाथ की नस काट ली.
अधिकारियों का पक्ष और कानूनी उलझन
सहायक जेल अधीक्षक आदित्य कुमार के पिता दिलीप सिंह ने कहा है कि पहले पति से तलाक हुए बिना दूसरी शादी मान्य नहीं हो सकती. परिवार का कहना है कि महिला पहले से शादीशुदा है और उसे कोर्ट से तलाक नहीं मिला है. इस कानूनी स्थिति के कारण दोनों के रिश्ते पर सवाल खड़े हो गए हैं.
महिला के अनुसार, यह सब माता-पिता के दबाव में हो रहा है. उसने कहा कि उसे न न्याय मिल रहा है और न ही सुरक्षित जीवन. महिला बताती है कि अगर पुलिस ने उसकी बात नहीं सुनी या आरोपी जेल अधीक्षक ने उसे अपनाया नहीं, तो वह आत्महत्या कर लेगी. फिलहाल उसे महिला हेल्पलाइन कार्यालय में रखा गया था, जहां से एसपी कार्यालय में बुलाया गया था.
अब सवाल यह कि पुलिस क्या करेगी?
महिला ने साफ कहा है कि या तो पुलिस उसे न्याय दिलाए, या सहायक जेल अधीक्षक और उनके परिवार के खिलाफ कार्रवाई की जाए. महिला के पास फोटो, वीडियो और कई निजी क्षणों के सबूत होने का दावा है. वहीं दूसरी ओर, अधिकारी का परिवार इसे अवैध विवाह बताकर ठुकरा रहा है.
अब पूरा मामला पुलिस और प्रशासन के सामने है. एक तरफ महिला आत्महत्या की चेतावनी दे रही है और दूसरी ओर सहायक जेल अधीक्षक अपने परिवार के साथ अपने निर्णय पर अड़े हुए हैं. देखना यह होगा कि समस्तीपुर पुलिस इस संवेदनशील मामले में क्या कार्रवाई करती है.