बिहार के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को धमकी देने के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में गिरफ्तार हुए शख्स ने कबूल कर लिया है कि पप्पू यादव के करीबी लोगों के कहने पर उसने ऐसा किया था कि ताकि उन्हें सुरक्षा मिल सके. इसके लिए उसे रुपये भी दिए गए थे और पार्टी में पद का लालच भी दिया गया था. इस खुलासे के बाद अब पप्पू यादव घिरते हुए नजर आ रहे हैं. अब वो दलील दे रहे हैं कि उन्हें पाकिस्तान, मलेशिया और नेपाल से 26 इंटरनेशनल कॉल आई थीं, इसको लेकर उन्होंने 150 ऑडियो क्लिप और 200 मैसेज पुलिस को सौंप दिए थे.
मीडिया से बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा, "मैं पुलिस से पूछना चाहता हूं कि मैंने उन्हें उन नंबरों की डिटेल दी थी, जिनसे मुझे जान से मारने की धमकी मिली थी. मुझे 26 इंटरनेशनल कॉल आई थीं, जोकि पाकिस्तान, मलेशिया और नेपाल से मिली थीं. इसको लेकर हमने 150 ऑडियो क्लिप और 200 मैसेज पुलिस को सौंप दिए थे. हम पुलिस से पूछना चाहते हैं कि बचे हुए 24 कॉल का क्या हुआ. पाकिस्तान और मलेशिया से आईं कॉल का क्या हुआ. जब पुलिस का दावा है कि उनके पास दो और वीडियो हैं, तो मैं चाहता हूं कि आरोपी के मोबाइल की कॉल डिटेल जनता के सामने लाई जाए. दोनों वीडियो सार्वजनिक क्यों नहीं किए जा रहे? मास्टरमाइंड का नाम क्यों नहीं बताया जा रहा?"
पप्पू यादव ने की सीबीआई जांच की मांग
इस बीच पप्पू यादव ने ट्वीट कर मांग की है कि धमकी देने के मामले की हाई कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच हो! उन्होंने कहा कि मुझे लगता है सत्ता में बैठे कुछ साजिशकर्ता पुलिस प्रशासन का इस्तेमाल कर मेरी हत्या का षड्यंत्र रच रहे हैं! अगर सरकार शीघ्र इस पर निर्णय नहीं लेती है तो हम हाई कोर्ट में इसके लिए याचिका दाखिल करेंगे!
पप्पू यादव ने ट्वीट कर नीतीश को घेरा था
इससे पहले पप्पू यादव ने 'X' पर पुलिस के दावों को नकारते हुए लिखा था कि माननीय नीतीश कुमार आपकी पुलिस मानसिक रूप से दिवालिया हो गई है. वो वही व्यवहार कर रही है जो दिवंगत कांग्रेस विधायक हेमंत शाही जी को गोली लगने पर तत्कालीन सरकार और प्रशासन ने किया था. उन पर घायल होने की नौटंकी का आरोप लगाया. बाद में इलाजरत हेमंत जी की मृत्यु हो गई थी! पुनः वही हो रहा है."
पूर्णिया के एसपी ने क्या बताया?
इससे पहले पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा ने पप्पू यादव को धमकी देने के मामले का खुलासा करते हुए बताया था कि पुलिस ने भोजपुर से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. उसने कबूल कर लिया है कि सांसद के कुछ करीबी लोगों ने सांसद को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए वीडियो बनाने और धमकाने को कहा था. इसके लिए सांसद के लोगों द्वारा पैसे भी दिए गए थे. साथ ही उसे पार्टी में पद का भी लालच दिया गया था. पूर्णिया एसपी ने बताया कि वह पूर्व में सांसद का करीबी रहा है और सांसद की पार्टी का सदस्य भी रहा है. एसपी ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग से उसका कोई संबंध नहीं है और न ही दूर से कोई तार नजर आ रहा है. पूरा मामला सांसद द्वारा सुरक्षा बढ़ाने की साजिश का हिस्सा है.
लॉरेंस गैंग से जुड़ा होने का किया था दावा
बता दें कि गिरफ्तार आरोपी राम बाबू राय ने खुद को कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बताते हुए पप्पू यादव को धमकी दी थी. एक दिसंबर की सुबह आरोपी ने 13 सेकेंड का वीडियो उन्हें भेजा था, जिसमें उसने कहा था, "हमें पप्पू यादव को 5-6 दिनों में मारने का आदेश मिला है, हम जल्द ही उन्हें मार देंगे, हम पटना पहुंच चुके हैं."
इसके बाद पुलिस ने आरोपी राम बाबू राय को महज 24 घंटे के भीतर 2 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी की पहचान राम बाबू राय (पिता - रामेश्वर यादव) के रूप में हुई, जो आरा के शाहपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है.