Bihar News: वैशाली के हाजीपुर में बीते दो महीनों से ऑटो चालकों के लिए सिरदर्द बनी जीजा-साली की लुटेरी जोड़ी को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इन दोनों की वजह से पटना से लेकर बिदुपुर तक ऑटो ड्राइवरों में दहशत का माहौल था. हर शाम पटना के दानापुर इलाके में यह दोनों एक नया ऑटो तलाशते और बिदुपुर जाने के बहाने उसमें बैठ जाते. रास्ते में सुनसान जगह मिलते ही वे चालक के साथ मारपीट कर लूटपाट कर भाग निकलते थे. बढ़ती घटनाओं ने वैशाली पुलिस की नींद उड़ा दी थी.
पिछले दो महीनों में ऑटो ड्राइवरों के साथ लूट की कई वारदातों ने पुलिस के लिए चुनौती खड़ी कर दी थी. हर बार मॉडस ऑपरेंडी वही... दानापुर से बिदुपुर तक का सफर, बीच में हमला और लूट. सीसीटीवी में चेहरे साफ नहीं आते थे और न ही दोनों कोई मोबाइल इस्तेमाल करते थे. लगातार बढ़ते मामलों को लेकर एसपी अशोक मिश्रा ने टीम गठित करने का आदेश दिया. इसके बाद SDPO सदर सुबोध कुमार के नेतृत्व में विशेष टीमों को लगाया गया.

पुलिस ने अपनाया 'अंडरकवर प्लान'
लुटेरी जोड़ी को पकड़ना आसान नहीं था. वे हर बार ड्राइवर पहचान कर ही वारदात करते थे. इसके बाद पुलिस ने प्लानिंग बदली और पटना में ही ऑटो चालक बनकर बैठने का प्लान बनाया. अलग-अलग टीमों को अंडरकवर भेजा गया, ताकि जैसे ही आरोपी ऑटो बुक करने पहुंचे, उन्हें ट्रैक किया जा सके.
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प्लान कामयाब हुआ, जब आरोपी छोटी कुमारी दानापुर पहुंची और बिदुपुर जाने के लिए रिजर्व टेंपो खोजने लगी. पुलिस टीम पहले से ही ऑटो चालक बनकर मौजूद थी. छोटी कुमारी ने ऑटो बुक किया और कुछ देर बाद उसका जीजा राजकुमार भी उसी में बैठ गया. इसके बाद वैशाली पुलिस की टीम चुपचाप दूरी बनाकर उनका पीछा करने लगी.
बिदुपुर पहुंचते ही हमला… और फिर हिरासत
जैसे ही ऑटो बिदुपुर थाना क्षेत्र की सीमा में दाखिल हुआ, दोनों आरोपियों ने तयशुदा प्लान दोहराना शुरू कर दिया. उन्होंने चालक समझकर हमला किया, लेकिन यह हमला उसी पुलिसकर्मी पर था, जो अंडरकवर ऑटो ड्राइवर बनकर बैठा था. जैसे ही दोनों ने हमला किया, SDPO सुबोध कुमार ने अपने दल के साथ वहां पहुंचकर जीजा-साली की इस लुटेरी जोड़ी को मौके पर ही दबोच लिया.
गिरफ्तार दोनों आरोपी वैशाली के रहने वाले राजकुमार और छोटी कुमारी हैं. प्रारंभिक पूछताछ में दोनों ने कई घटनाओं में शामिल होने की बात कबूल की है. इधर, ऑटो चालकों में भी राहत है, जो पिछले दिनों लगातार इन वारदातों का शिकार बने थे. SDPO सदर सुबोध कुमार ने कहा कि लगातार छापेमारी और निगरानी के बाद गिरफ्तारी हुई. टीम ने अंडरकवर होकर काम किया और जैसे ही दोनों ने हमला किया, उसी समय उन्हें पकड़ लिया गया. पुलिस अब इनसे जुड़े और मामलों की जांच कर रही है और जल्द ही इन्हें न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा.