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प्रसूता की मौत के बाद गायब हो गया पूरा 'अस्पताल'... महिला को कर दिया था रेफर

बगहा में एक प्रसव पीड़ित महिला की ऑपरेशन के बाद हालत बिगड़ गई और बाहर ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई. जब परिजन लौटकर उस अस्पताल में पहुंचे, जहां महिला का ऑपरेशन हुआ था, तो अस्पताल ही गायब था. इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. इस पर संबंधित पदाधिकारी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

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सीहोर में हुए ब्लाइंड मर्डर का खुलासा (सांकेतिक फोटो)
सीहोर में हुए ब्लाइंड मर्डर का खुलासा (सांकेतिक फोटो)

बिहार के बगहा में एक महिला की मौत के बाद रातों-रात अस्पताल के गायब होने का अजीबोगरीब मामला सामने आया है. दरअसल, एक निजी अस्पताल में प्रसव पीड़ित महिला का ऑपरेशन किया गया था. बाद में तबीयत बिगड़ने पर उसे बाहर रेफर कर दिया गया. दूसरे अस्पताल में महिला की मौत हो गई. इसके बाद जब परिवार वाले लौट कर उस अस्पताल पर पहुंचे, जहां ऑपरेशन हुआ था, तो पाया कि वहां ताला लगा है और अस्पताल का पूरा सेटअप ही गायब है.

मिली जानकारी के अनुसार बगहा के वार्ड नंबर 27 के पवरिया टोला के रहने वाले मोहम्मद रहमत की पत्नी कमरुल निशा (25) को प्रसव के लिए अनुमंडलीय अस्पताल बगहा में भर्ती कराया गया था. मृतक के ससुर बादशाह खान ने बताया कि यहां उसकी नाजुक स्थिति देखते हुए GMCH रेफर कर दिया गया. इसी बीच एक आशा के बहकावे में आकर हमलोग उसे एक निजी अस्पताल लेकर चले गए. 

आशा के बहकावे में आकर परिजन ले गए थे निजी अस्पताल
बताया जाता है कि आशा के बहलाने फुसलाने पर परिवार वाले जीएमसीएच न ले जाकर सूरज अस्पताल में महिला को भर्ती करा दिया. यहां उसका ऑपरेशन हुआ. इसके बाद महिला की तबीयत ज्यादा खराब हो गई, तो सूरज अस्पताल के डॉक्टर ने उसे बेतिया रेफर कर दिया. परिजन महिला को बेतिया ले गए. वहां से भी उसे पटना ले जाने को कहा गया. तब जल्दबाजी में महिला को मोतिहारी के रहमानिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. 

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प्रसूता की मौत के बाद गायब हो गया अस्पताल
रहमानिया अस्पताल में महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद परिजन वहां से लौटकर उस अस्पताल में पहुंचे जहां महिला का ऑपरेशन हुआ था. परिजनों के अनुसार रातोंरात अस्पताल वहां से गायब हो गया था. परिजन के अनुसार उस जगह सूरज अस्पताल था ही नहीं. अस्पताल का बोर्ड गायब था. बिल्डिंग में ताला लगा था. न तो कोई कर्मी था न ही फर्नीचर. पूरा अस्पताल ही गायब था. इसके बाद परिजन हंगामा करने लगे.

आशा पर होगी कार्रवाई
इस घटना की बाबत अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर केबीएन सिंह ने बताया कि इस संदर्भ में सूचना मिली है.अभी परिजनों से आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. आवेदन मिलने के बाद आरोपी आशा या फैसिलिटेटर जो भी शामिल हो, उन पर कार्रवाई की जाएगी.

अनुमंडल अस्पताल से 100 मीटर की दूरी पर था सूरज अस्पताल
बताया जाता है कि अनुमंडलीय अस्पताल से महज 100 मीटर की दूर पर  सूरज अस्पताल चल रहा था. जिसमें धड़ल्ले से ऑपरेशन किया जा रहा था.  इसके बावजूद अब तक उस प कोई कार्रवाई नहीं हुई थी.इस कारण एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी.

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