पटना एयरपोर्ट पर सोमवार को एक भावुक दृश्य देखने को मिला जब बीएसएफ के शहीद सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज़ का पार्थिव शरीर उनके बेटे इमरान रज़ा को सौंपा गया. जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की गोलीबारी में घायल होने के बाद इम्तियाज़ बाद में शहीद हो गए थे.
'मुझे अपने पिता पर गर्व है'
इमरान ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'मुझे अपने पिता पर गर्व है. मैं देश के लिए जान देने वाले सभी वीरों को सलाम करता हूं.' उन्होंने बताया कि आखिरी बार उन्होंने अपने पिता से 10 मई की सुबह 5:30 बजे बात की थी. उस समय उन्हें दाहिने पैर में गोली लगी थी. उसी शाम को उनकी मृत्यु हो गई.'
पटना एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
पटना एयरपोर्ट पर शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और श्रद्धांजलि समारोह भी हुआ. इसके बाद पार्थिव शरीर को सारण ज़िले के नारायणपुर गांव ले जाया गया, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
श्रद्धांजलि देने के लिए कई राजनेता और अधिकारी एयरपोर्ट पर मौजूद रहे. बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप जयसवाल, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे.
तेजस्वी का आया बयान
तेजस्वी यादव ने कहा, 'शहीद इम्तियाज़ ने जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देते हुए प्राणों की आहुति दी. हम आज सुरक्षित हैं क्योंकि ऐसे वीर जवान हमारी रक्षा करते हैं. देश उनका बलिदान कभी नहीं भूलेगा.'
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा, 'शहीद मोहम्मद इम्तियाज़ का बलिदान व्यर्थ नहीं गया है. हमारे जवानों ने उनके बलिदान का बदला लिया है.'
शहीद के बेटे इमरान ने सरकार से पाकिस्तान को करारा जवाब देने की मांग की. उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार को ऐसा जवाब देना चाहिए जिससे किसी और बेटे को अपने पिता को खोना न पड़े. पाकिस्तान को सबक सिखाना अब ज़रूरी है.'