बिहार के बेगूसराय में 9 जून को फाइनेंस कर्मी के साथ हुई लूट के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने फाइनेंस कर्मी को उसके भाई के साथ गिरफ्तार किया है. उसके पास से लूटे गए 1.76 लाख रुपये में से 1.59 लाख रुपए भी बरामद कर लिए गए हैं. फाइनेंस कर्मी ने पूरी प्लानिंग के साथ रुपया हड़पने के लिए फर्जी लूट की कहानी गढ़ी थी. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि फाइनेंस कर्मी ने मां के इलाज के लिए कर्ज लिया था. महाजन उसपर कर्ज वापस करने के लिए लगातार दबाव दे रहा था. इस वजह से फाइनेंस कर्मी ने रुपया हड़पने के लिए लूट की फर्जी कहानी बनाई.
दरअसल, नावकोठी थाना क्षेत्र के महेशवाड़ा गांव में भारत माइक्रोफाइनेंस कर्मी से 9 जून को चार अज्ञात अपराधियों के द्वारा हथियार के बल पर 1.76 लाख की लूट हुई थी. इस मामले में पीड़ित फाइनेंस कर्मी, पवन कुमार ने लूटपाट की घटना का मामला नावकोठी थाना में दर्ज करवाया था. पवन ने पुलिस को बताया था कि वह कलेक्शन कर 1,76,000 रुपया लेकर जा रहा था तभी दो बाइक पर सवार चार बदमाशों द्वारा हथियार के बल पर रुपया लूट लिया गया.
मामला दर्ज होने के बाद बखरी डीएसपी कुंदन कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया जिसने टेक्निकल और मैनुअल जांच के बाद फाइनेंस कर्मी पवन कुमार को ही हिरासत में लिया. उससे कड़ी पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ. पवन ने पुलिस को बताया कि मेरी मां काफी दिनों से बीमार चल रही थी. उसके इलाज में महाजन से काफी कर्ज ले लिया था और महाजन रुपए वापस करने के लिए दबाव बना रहा था. इसलिए मैं अपने भाई रामकुमार के साथ मिलकर झूठी लूट का प्लान बनाया और रुपए कलेक्शन के बाद रामकुमार को फोन कर महेशवारा में बुलाकर सभी कलेक्शन के रुपए व अपना मोबाइल देकर घर भेज दिया.
पुलिस ने पवन के निशानदेही पर सन्हा स्थित घर से मिट्टी के नीचे दबा कर रखा गया लूट का 1,59,470 रुपया बरामद कर लिया. डीएसपी ने कहा कि फाइनेंस कर्मी ने अपनी मां की बीमारी में कर्ज लिए रुपए को वापस न करने के लिए अपने भाई के साथ मिलकर पूरी फर्जी लूट की कहानी गढ़ी थी.