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हीरो साइकिल के MD बोले- हमें मदद की जरूरत नहीं, SME के लिए कुछ करे सरकार

कोरोना संकट के बीच हीरो साइकिल के एमडी पंकज मुंजाल ने कहा है कि हमें सरकार के मदद की जरूरत नहीं है.

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देश में 17 मई तक लॉकडाउन लागू है
देश में 17 मई तक लॉकडाउन लागू है

  • ऑटो कंपनियों को हर दिन 2300 करोड़ नुकसान की आशंका
  • सियाम की ओर से सरकार से मदद की भी गुहार लगाई गई थी

कोरोना वायरस के प्रकोप और लॉकडाउन की वजह से देश के अधिकतर सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. वहीं, कुछ सेक्टर तो सरकार से मदद की गुहार भी लगा रहे हैं. इन हालातों में हीरो साइकिल के एमडी पंकज मुंजाल का बड़ा बयान आया है. पंकज मुंजाल का कहना है कि हमें सरकार से मदद की जरूरत नहीं है. हम एक नेट कर्ज मुक्त कंपनी हैं. पंकज मुंजाल इंडस्ट्री के पहले ऐसे बड़े कारोबारी हैं जिन्होंने कोरोना संकट में इस तरह का बयान दिया है.

मुंजाल का ये बयान ऐसे समय में आया है जब लॉकडाउन की वजह से ऑटो इंडस्ट्री में बड़े नुकसान की आशंका जाहिर की जा रही है. बता दें कि वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (सियाम) ने बीते दिनों अनुमान लगाया था कि लॉकडाउन में सेक्टर की कंपनियों को हर दिन 2300 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. सियाम की ओर से सरकार से मदद की भी गुहार लगाई गई थी.

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क्या कहा पंकज मुंजाल ने?

बिजनेस टुडे को दिए इंटरव्यू में पंकज मुंजाल ने कहा कि हीरो साइकिल और हीरो मोटर्स को किसी मदद की जरूरत नहीं है. हालांकि, मुंजाल ने सरकार से उम्मीद की है कि वह अब गुड्स एंड सविर्सेज टैक्स यानी जीएसटी को 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी तक कर देगी. मुंजाल का कहना है कि ई-बाइक पर 5 फीसदी का जीएसटी सही है लेकिन देश में लगभग 50 करोड़ आम लोगों द्वारा उपयोग किए जाने के बावजूद साइकिल पर ज्यादा टैक्स लगाया जाता है. इस पर राहत की जरूरत है.

ये पढ़ें—कोरोना ने ऑटो कंपनियों की तोड़ी कमर, हर दिन 2300 करोड़ के नुकसान की आशंका

SME की मदद करे सरकार

मुंजाल के मुताबिक जीएसटी 5 फीसदी होने पर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (SME) सेक्टर को रफ्तार मिलेगी. यह सेक्टर इस देश की रीढ़ है. उन्होंने कहा कि एसएमई को सरकार से मदद की जरूरत है क्योंकि लॉकडाउन के कारण वे काफी दिक्कत में हैं. हालांकि, हीरो मोटर्स और हीरो साइकिल अपने वेंडर और सप्लायर्स की मदद में जुटा है. बता दें कि कंपनी करीब 160 एसएमई के संपर्क में है. इन्हें एडवांस पेमेंट की पेशकश की गई है. ये सभी एसएमई प्रोडक्शन, सप्लाई आदि से जुड़े हुए हैं.

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