स्पीड और रोमांच की दुनिया को एक छत के नीचे समेटता ऑटो एक्सपो बुधवार को शुरू हो गया. दिल्ली ऑटो एक्सपो के शुरुआती लॉन्च से पर्दा उठ गया है. 1955 से अब तक 5 करोड़ कारें बना चुकी दिग्गज कंपनी मारुति ने सबसे पहले अपनी दो कारें लॉन्च कीं. एक, 'एसएक्स 4 एस क्रास' और दूसरी कंसेप्ट कार सियाज.
एसएक्स 4 एस क्रॉस
यह मारुति की मोस्ट अवेटेड कारों में से एक है. भारतीय कार बाजार के लिए यह इस साल का अहम आकर्षण हो
सकती है. यह कार 5 स्टार सेफ्टी फीचर्स से लैस है. इसका आगे का लुक मारुति की लग्जरी कार 'किजाशी' से मेल
खाता है. 2004 में कंपनी ने स्विफ्ट लॉन्च की थी. इसके बाद यह कार कंपनी के चुनिंदा बेहद महत्वाकांक्षी मॉडलों में
से एक है.

कॉन्सेप्ट कार सियाज
मारुति की यह लग्जरी सेडान सेगमेंट की कॉन्सेप्ट कार कब बाजार में आएगी, अभी तय नहीं है. किजाशी के बाद
लग्जरी सेगमेंट में यह कंपनी की दूसरी कार हो सकती है. बताया जा रहा है कि ऑटो एक्सपो का रिस्पॉन्स तय करेगा
कि कार कब बाजार में उतरेगी.
मारुति ने बताया कि रोहतक में उसका एक क्रैश टेक्नोलॉजी प्लांट है, जहां वह गाड़ियों का दम-खम चेक करते हैं. इसी साल वह यहां रिसर्च एंड डिवेलपमेंट का नया फंक्शनल प्लांट खोलने वाले हैं. कंपनी का मानना है कि अपने 30 साल के सफर में वे बस एक फीसदी भारतीय ग्राहक को ही कवर कर पाए हैं.
70 गाड़ियां होंगी पेश!
एक्सपो के तहत मोटर शो का आयोजन ग्रेटर नोएडा में है, जबकि ऑटो कंपोनेंट्स की प्रदर्शनी प्रगति मैदान में 5-11 फरवरी तक चलेगी. ऑटोमेकर कंपनियों को उम्मीद है कि एक्सपो में मॉडलों की लॉन्चिंग से मंदी की दौर से गुजर रहे गाड़ियों के बाजार को बल मिलेगा.
जानकारी के अनुसार मेले में 70 नई गाड़ियां पेश की जाएंगी, जिनमें 26 ग्लोबल मॉडल शामिल हैं. बुधवार से शुरू हो रहे एक्सपो में पहले दो दिन मीडिया के लिए रखे गए हैं, वहीं आम लोगों के लिए सात फरवरी से एक्सपो के द्वार खुलेंगे. ऑटो एक्सपो का यह 12वां संस्करण है, जिसे जगह की कमी के कारण दो भागों में बांट दिया गया है. एक्सपो का आयोजन वाहन विनिर्माताओं का संगठन सियाम, भारतीय उद्योग परिसंघ 'सीआईआई' और वाहन कलपुर्जे विनिर्माताओं का संगठन एसीएमए कर रहा है.
भारतीय ऑटो इंडस्ट्री लंबे समय से मंदी से दो चार है. सालाना कार वृद्धि 11 साल में पहली बार 2013 में घटी है, जबकि इसमें 9.59 फीसदी की गिरावट आई है. हालांकि आयोजकों ने भविष्य में इस मेले को दिल्ली-एनसीआर से बाहर ले जाने की संभावना को खारिज कर दिया है. सियाम को उम्मीद है कि इस साल 5.40 लाख लोग एक्सपो देखने आएंगे. 2012 में यह संख्या लगभग सात लाख रही थी.