बजट आज तक (Budget Aajtak 2023) के कॉनक्लेव में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने शिरकत की. इस कार्यक्रम में आज इलेक्ट्रिक वाहनों पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होनें कहा कि, सरकार लगातार इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों पर फोकस कर रही है और आने वाले दो सालों के भीतर इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत पेट्रोल गाड़ियों के बराबर हो जाएगी.
क्या किसी की इलेक्ट्रिक गाड़ी आज तक रोड पर बंद हुई है?
कॉनक्लेव के दौरान चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में नितिन गडकरी ने कहा कि, "क्या आज तक किसी की भी इलेक्ट्रिक कार रोड पर बंद हुई है. आपकी कार तकरीबन 400 किलोमीटर तक का ड्राइविंग रेंज देती है और हम दिल्ली से मुंबई के बीच हाईवे पर 670 जगहों पर चार्जिंग प्वाइंट बनाने की योजना पर काम कर रहे है. जिसमें से 70 जगह पर चार्जिंग प्वाइंट बना चुके हैं. इसके अलावा पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रिक बसों के लिए भी हम हाई-वे पर केबल चार्जिंग इंफ्रा तैयार कर रहे हैं. जिससे ट्रेनों की तरह बसें भी चलते हुए चार्ज होती रहेंगी"
नितिन गडकरी ने कहा कि, "इलेक्ट्रिक कार के लिए लोगों का विश्वास बढ़ा है, जैसे-जैसे इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ेगी इसकी कीमत भी घटती जाएगी. दो सालों के भीतर पेट्रोल और इलेक्ट्रिक वाहन की कीमत एक समान हो जाएगी."
देश में 50 लाख इलेक्ट्रिक वाहन:
उन्होनें कहा कि, "इस समय देश में 30 करोड़ ऑटोमोबाइल व्हीकल है. वहीं इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की संख्या 50 लाख तक पहुंच चुकी हैं और बहुत तेजी से बढ़ रही हैं. ज्यादातर वाहन निर्माता कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहनों पर फोकस कर रहे हैं. टाटा मोटर्स, और महिंद्रा जैसे ब्रांड्स भी इलेक्ट्रिक वाहनों को पेश कर कर रहे हैं. इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड और वेटिंग दोनों ही तेजी से बढ़ी है."
ऑटो सेक्टर में मिलेगी 4.5 करोड़ नौकरी:
ऑटो सेक्टर के बारे में नितिन गडकरी ने कहा कि, "इस समय देश का ऑटो सेक्टर 7.5 लाख करोड़ का है, जो कि अगले पांच साल में दोगुना होकर 15 लाख करोड़ का हो जाएगा. ये सेक्टर देश में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला सेक्टर है और इस इंडस्ट्री में तकरीबन 4.5 करोड़ लोगों को रोजगार मिला है. आने वाले समय में जब ऑटो इंडस्ट्री ग्रोथ करेगी तो ये और भी 4.5 करोड़ रोजगार के अवसर लेकर आएगा. हमने ऑटो इंडस्ट्री में जापान को पीछे छोड़ दिया है और अब भारत तीसरे पायदान पर आ गया है और जापान चौथे पायदान खिसक गया है."
50 लाख वाहन होंगे स्क्रैप:
व्हीकल स्क्रैपिंग पॉलिसी पर बोलते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि, ऐसी सरकारी गाड़ियां जो 15 साल से पुरानी हो चुकी है वो सभी स्क्रैप होंगी, इसमें 9 लाख वाहन शामिल हैं. आने वाले समय में कुल 50 लाख गाड़ियां स्क्रैप होंगे. स्क्रैप होने वाले एक वाहन से स्टील, रबर, कॉपर निकलता है और फिहालल हमारा देश इन सभी कंपोनेंट्स इंपोर्ट करता है. हम स्क्रैप से निकलने वाले इन कंपोनेंट का इस्तेमाल दूसरे निर्माण कार्यों में कर रहे हैं. पुराने टायर में (Bitumen) निकलता है, जिसका इस्तेमाल सड़क निर्माण में किया जा रहा है.