07 मार्च 2025
ऋषभ शर्मा ने बताया कि शुरुआत में वे गिटार बजाते थे, लेकिन फिर उन्हें सितार की ध्वनि और उसके प्राकृतिक नाद ने अपनी ओर आकर्षित किया. मैं इसकी ओर खिंचता सा चला गया. सितार को वाद्ययंत्र के तौर पर अपनाने का मेरा अनुभव मेरे लिए बेहद ही दिलचस्प रहा और फिर इसके बाद मेरे भीतर जो बदलाव आने शुरू हुए, वह मेरे लिए स्वाभाविक था."