गोरखपुर: बेरोजगारी और शराब की लत से टूटा शख्स ने फांसी लगाई, सुसाइड नोट ने खोली पूरी कहानी

गोरखपुर के पुरदिलपुर इलाके में 47 वर्षीय मनोज श्रीवास्तव ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उन्होंने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को बताया. पत्नी ने खिड़की से झांककर शव देखा और पुलिस को सूचना दी. मनोज बेरोजगार थे और शराब की लत से परेशान थे.

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 नशे की लत बनी वजह.(Photo: Representational)  नशे की लत बनी वजह.(Photo: Representational)

aajtak.in

  • गोरखपुर,
  • 28 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:37 PM IST

गोरखपुर के पुरदिलपुर इलाके में 47 वर्षीय एक व्यक्ति ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना गुरुवार देर रात की है. पुलिस के अनुसार, मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा था, 'मेरी मौत के लिए मैं खुद जिम्मेदार हूं. मैं अपनी इच्छा से जीवन समाप्त कर रहा हूं. किसी को परेशान न किया जाए'.

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मृतक की पत्नी उदिता ने बताया कि कमरे के अंदर से लंबे समय तक कोई आवाज न आने पर उन्होंने खिड़की से झांककर देखा, तो मनोज श्रीवास्तव पंखे से दुपट्टे के सहारे लटके मिले. इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा और शव को नीचे उतारा. फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल की जांच की है.

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परिवार पर बढ़ता तनाव, नशे की लत बनी वजह

पुलिस के मुताबिक, मृतक मनोज श्रीवास्तव लंबे समय से बेरोजगार थे और शराब की लत से जूझ रहे थे. परिवार उनकी लत और अनियमित व्यवहार के कारण लगातार तनाव में था. वह अपनी पत्नी उदिता और 16 और 18 साल के दो बेटियों के साथ रहते थे. पुलिस ने बताया कि आर्थिक और पारिवारिक तनाव भी उनके जीवन को प्रभावित कर रहा था.

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उदिता ने यह भी बताया कि मनोज ने पहले भी उन्हें और बच्चों को मारपीट की थी, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. हालांकि, बाद में मनोज के माफी मांगने पर मामला सुलझा लिया गया था. परिवार पिछले कई महीनों से मानसिक और आर्थिक दबाव झेल रहा था.

पोस्टमार्टम के बाद पुलिस जांच में जुटी

शव को पोस्टमार्टम के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया. पुलिस का कहना है कि मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा. मनोज के पिता और भाई हैदराबाद में रहते हैं उनको सूचना दे दी गई है और वे गोरखपुर आने के लिए निकल चुके हैं.

कोतवाली थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और सुसाइड नोट को भी सबूत के तौर पर लिया गया है.

नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)

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