अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर एनकाउंटर पर उठाए सवाल, कहा- जाति देखकर ली गई जान, दूसरे आरोपियों के पैरों में दिखावटी गोली मारी

Sultanpur Encounter: अखिलेश यादव ने कहा कि लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गई और जान ‘जात’ देखकर ली गई. 

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समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव

aajtak.in

  • लखनऊ ,
  • 05 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:37 PM IST

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर एनकाउंटर को लेकर यूपी सरकार पर तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने बिना नाम लिए आरोप लगाया कि लूट कांड के अन्य आरोपियों के तो पैर में गोली मारी गई, लेकिन आज सुबह जिस मंगेश यादव की पुलिस से मुठभेड़ हुई उसकी जान ले ली गई. अखिलेश ने आरोप लगाया कि 'जाति' देखकर जान ली गई है.   

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सपा मुखिया ने अपने लंबे-चौड़े 'एक्स' पोस्ट में लिखा- लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गई और ‘जात’ देखकर जान ली गई. 

मुठभेड़ में मारा गया बदमाश मंगेश यादव

बकौल अखिलेश यादव- जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवज़ा अलग से देना चाहिए. क्योंकि, ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे. 

अखिलेश ने आगे कहा कि नकली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं. समाधान नकली एनकाउंटर नहीं, असली क़ानून-व्यवस्था है. बीजेपी राज अपराधियों का अमृतकाल है. जबतक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुंच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है जनता घेर लेगी तो नकली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है. जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फंसाया जाता है. ये घोर निंदनीय है.

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सुल्तानपुर में आज सुबह हुआ एनकाउंटर 

आपको बता दें कि सुल्तानपुर में गुरुवार की सुबह 1 लाख का फरार इनामी बदमाश एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में ढेर हो गया. यह एनकाउंटर देहात कोतवाली के हनुमानगंज बाईपास पर हुआ. मारा गया बदमाश मंगेश यादव सर्राफा व्यवसायी की दुकान पर हुई डकैती के मुख्य आरोपियों में शामिल था. मुठभेड़ के दौरान उसका एक साथी मौके से भाग निकला. 

दरअसल, बीते 28 अगस्त को सुल्तानपुर शहर में चौक क्षेत्र के ठठेरी बाजार में भरत जी सर्राफा के यहां दिनदहाड़े करोड़ों की लूट हुई थी. आज एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक डीके शाही टीम के साथ थे, इसी दौरान कोतवाली देहात अंतर्गत मिश्रपुर पुरैना में लूट को अंजाम देने वाले आरोपियों से मुठभेड़ हो गई. घटना में शामिल मुख्य आरोपियों में से इनामी बदमाश मंगेश यादव पुत्र राकेश यादव निवासी ग्राम अगरौरा थाना बक्श जौनपुर पुलिस पर गोली चलाने लगा.

इस दौरान पुलिस टीम ने भी अपने बचाव में गोली चलाई, जो मंगेश को लगी. गोली लगने से मंगेश घायल हो गया. उसे इलाज के लिए नजदीकी सीएचसी भदैयां भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. 

पुलिस ने मौके से एक पिस्टल 32 बोर व कारतूस, तमंचा 315 बोर, एक बाइक व लूट से संबंधित जेवरात भी बरामद किए हैं. मंगेश यादव पर पहले से दर्जनों केस दर्ज थे. इस केस में चार आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं. इनमें से तीन के पैर में गोली लगी थी. 

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