Bhai Dooj 2024: भाई दूज आज, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा सामग्री व पूजा विधि

Bhai Dooj 2024: भाई दूज के साथ ही पांच दिवसीय दिवाली उत्सव का समापन होता है. भाई दूज का पर्व बहन और भाई के प्रति विश्वास और प्रेम का होता है. हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भाई दूज के पर्व मनाया जाता है. देशभर में भाई दूज के पर्व को अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है. यह दिन भाई बहन के प्यार और स्नेह के रिश्ते का प्रतीक होता है.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 6:27 AM IST

Bhai Dooj 2024 Tilak Time: भाई दूज कार्तिक शुक्ल द्वितिया को मनाई जाएगी. इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक कर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. इस बार ये पर्व 3 नवंबर यानी आज मनाया जा रहा है. भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक यह पर्व दिवाली के दो दिन बाद मनाया जाता है. इसे यम द्वितीया भी कहते हैं. जानिए इस बार भाई दूज का शुभ मुहूर्त और भाई को तिलक करने का सही समय.

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भाई दूज शुभ मुहूर्त (Bhai Dooj 2024 Shubh Muhurat) 

भाई दूज का त्योहार 3 नंवबर को मनाया जा रहा है. भाई दूज का त्योहार शुभ मुहूर्त में मनाने से लाभ होता, जबकि राहु काल में भाई को तिलक करने से बचना चाहिए. भाई दूज की द्वितीया तिथि 2 नवंबर यानी आज रात 8 बजकर 21 मिनट से लगेगी, जो 3 नवंबर यानी कल रात 10 बजकर 05 मिनट तक बनी रहेगी. इस दिन भाईयों को तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 10 बजे से लेकर 3 बजकर 22 बजे तक रहेगा. यानि तिलक करने का शुभ मुहूर्त 2 घंटा 12 मिनट तक रहेगा.

बहनें थाली में जरूर रखें ये सामान 

भाई दूज पर भाई की आरती उतारते वक्त बहन की थाली में सिंदूर, फूल, चावल के दाने, सुपारी, पान का पत्ता, चांदी का सिक्का, नारियल, फूल माला, मिठाई, कलावा, दूब घास और केला जरूर होना चाहिए. इन सभी चीजों के बिना भाई दूज का त्योहार अधूरा माना जाता है. 

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इस तरह करें पूजा 

बहनें सुबह स्नान करने के बाद अपने ईष्ट देव, भगवान विष्णु या गणेश की पूजा करें. इस दिन भाई के हाथों में सिंदूर और चावल का लेप लगाने के बाद उस पर पान के पांच पत्ते, सुपारी और चांदी का सिक्का रखें. उसके बाद बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाएं और फिर भाई की दीर्घायु के लिए मंत्र पढ़ें. फिर भाई का मिठाई से मुंह मीठा करवाएं और अंत में उसकी आरती उतारें. इस दिन बहुत से भाई अपनी बहनों के घर जाकर भोजन भी करते हैं और उन्हें कुछ उपहार भी देते हैं.

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