अलवर के सरिस्का के टहला क्षेत्र में गुरुवार को एक चुनौतीपूर्ण और रोमांचक रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. ग्रामीणों ने एक भारी-भरकम अजगर की सूचना सरिस्का प्रशासन को दी. यह अजगर 18 फीट लंबा और करीब 80 किलो वजनी था. उसने एक नीलगाय के बच्चे और बकरी को निगल लिया था, जिससे गांव वालों में दहशत फैल गई थी.
सूचना मिलते ही सरिस्का वन क्षेत्र के टहला रेंज के रेंजर कृष्ण कुमार के निर्देशन में वनपाल सौरभ बैरवा और उनकी टीम मौके पर पहुंची. ग्रामीणों और युवाओं की मदद से कई घंटों की कड़ी मेहनत के बाद अजगर को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया. अजगर को सावधानी से जंगल में वापस छोड़ दिया गया.
18 फीट लंबे अजगर का रेस्क्यू
रेस्क्यू के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए थे, जो इस विशाल अजगर को देखने के लिए उत्सुक थे. वन विभाग के कर्मियों ने बताया कि यह सरिस्का का अब तक का सबसे बड़ा और वजनी अजगर था. अजगर पूरी तरह स्वस्थ है और उसे सुरक्षित सरिस्का के जंगल में छोड़ दिया गया है.
रेंजर कृष्ण कुमार ने बताया कि ग्रामीणों की ओर से सूचना दी गई कि बलदेवगढ़ गांव में अजगर पहुंच गया है, जिसके चलते ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. सूचना पर टीम मौके पर पहुंची और अजगर को रेस्क्यू शुरू किया. उन्होंने बताया कि अजगर करीब 18 फीट लंबा था.
नील गाय का बच्चा निगल गया था अजगर
अजगर की लंबाई करीब 18 फीट थी. नीलगाय के बच्चे को निगलने की वजह से उसका वजन करीब 80 किलो तक पहुंच गया था. जिसकी वजह से वन विभाग को अजगर का रेस्क्यू करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी.
हिमांशु शर्मा