हेलीपैड बहा, हर्षिल में सेना कैंप भी चपेट में आया, कई जवान लापता... हादसे के वक्त धराली में मौजूद थे 200 लोग!

उत्तरकाशी के हरी शिला पर्वत स्थित सात ताल इलाके से खीर गंगा आती है, जहां से बादल फटा है. दाहिने तरफ़ धराली इलाका है, बाएं तरफ़ हर्षिल का तेल गाट में आर्मी कैम्प है. इस हादसे के समय धराली में स्थानीय और यात्रियों को मिलाकर 200 से ज्यादा लोग मौजूद थे.

Advertisement
उत्तरकाशी हादसे में आर्मी कैंप भी चपेट में आया (Photo: PTI) उत्तरकाशी हादसे में आर्मी कैंप भी चपेट में आया (Photo: PTI)

मंजीत नेगी

  • उत्तरकाशी,
  • 05 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 11:40 PM IST

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार दोपहर करीब 01:45 बजे, हरसिल स्थित भारतीय सेना के कैंप से करीब 4 किलोमीटर दूर, धराली गांव में बादल फटने से तबाही मच गई. बादल फटने की घटना के बाद आई भीषण बाढ़ में करीब चार लोगों की मौत हो गई और 50 से ज़्यादा लोग लापता हैं. 

इस बाढ़ से पवित्र गंगोत्री धाम का सभी सड़क संपर्क टूट गया है. इस आपदा के कारण पानी और मलबे का एक ऐसा सैलाब उमड़ पड़ा जिससे पूरा इलाका जलमग्न हो गया और कई एजेंसियां इमरजेंसी हेल्प के लिए भेजी गई हैं. 

Advertisement

एक चश्मदीद ने इंडिया टुडे टीवी को बताया, "होटलों से लेकर बाज़ारों तक सब कुछ तबाह हो गया है मैंने पहले कभी ऐसी आपदा नहीं देखी."

हरी शिला पर्वत स्थित सात ताल इलाके से खीर गंगा आती है, जहां से बादल फटा है. दाहिने तरफ़ धराली इलाका है, बाएं तरफ़ हर्षिल का तेल गाट में आर्मी कैम्प है. इस हादसे के समय धराली में स्थानीय और यात्रियों को मिलाकर 200 से ज्यादा लोग मौजूद थे.

सेना के 10 जवान लापता...

ये आर्मी कैंप भी इसकी चपेट में आया, यहां पर आर्मी मेस और कैफे है. कई जवानों के हादसे में लापता होने की आशंका है. हर्षिल में सेना की 14 राजरिफ़ यूनिट की तैनाती है. इसके अलावा उत्तरकाशी से 18 किमी दूर नेतला में भी लैंड स्लाइड आने से धराली तक नहीं पहुंचा जा सकता है.

Advertisement

धराली हादसे में सेना के 10 जवान और एक जेसीओ लापता बताए जा रहे हैं. वहीं, एक अधिकारी घायल है. आसमानी आपदा से सेना का कैंप प्रभावित हुआ है. इसके बावजूद, सेना की 14 राजरिफ यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर और जवान राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं.

यह भी पढ़ें: 'मदद पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही', उत्तरकाशी की त्रासदी पर PM मोदी ने जताया दुख

हेलीपैड बहा...

हर्षिल में नदी के किनारे बना हेलीपैड भी बह गया है. भारी बारिश की वजह से हेलीकॉप्टर से राहत और बचाव का काम नहीं हो पा रहा है. हर्षिल इलाके में खीरगढ़ नाले के उफान पर होने से तबाही और बढ़ गई, जिसके चलते उत्तरकाशी पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना और अन्य बचाव दल सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों में राहत कार्य शुरू करने के लिए मजबूर हो गए. जिस जगह पर भूस्खलन हुआ, उसके पास तैनात भारतीय सेना सबसे पहले राहतकर्मियों में शामिल थी, जिसने करीब 15 लोगों को बचाया.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement