'मैं जोर-जोर से कलमा पढ़ने लगा और आतंकियों ने मुझे छोड़ दिया', दाढ़ी की वजह से पहलगाम में बची शख्स की जान

देबाशीष ने आजतक को बताया कि हम पेड़ के नीचे छिपे हुए थे. मैंने वहां आसपास कुछ लोगों को कलमा पढ़ते हुए सुना. मैं भी उन लोगों में शामिल हो गया. तभी एक आतंकवादी मेरे पास आया, फिर उसने मेरी तरफ देखा और पूछा- क्या कर रहे हो, ये क्या बोल रहे हो?

Advertisement
पहलगाम आतंकी हमले में बाल-बाल बचे असम के प्रोफेसर देबाशीष भट्टाचार्य पहलगाम आतंकी हमले में बाल-बाल बचे असम के प्रोफेसर देबाशीष भट्टाचार्य

aajtak.in

  • गुवाहाटी,
  • 23 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 6:46 PM IST

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरा देश गुस्से और गम में हैं. इस हमले में देश ने 28 निर्दोष लोगों को खो दिया है. जबकि कई लोग घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है. इस भयावह हमले में असम के श्रीभूमि कस्बे का एक परिवार बाल-बाल बच गया. हमले में बचे देबाशीष भट्टाचार्य से आजतक ने खास बातचीत की. देबाशीष ने उन डरावने पलों को याद किया.

Advertisement

देबाशीष भट्टाचार्य ने बताया कि वो और उनकी पत्नी असम विश्वविद्यालय के बंगाली डिपार्टमेंट में कार्यरत है. वह अपनी पत्नी और बेटे के साथ कश्मीर गए थे. जिस वक्त पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, तब वह उसी जगह पर मौजूद थे. 

पहलगाम हमले की पूरी कवरेज के लिए यहां क्लिक करें

आतंकियों ने पूछा- ये क्या बोल रहे हो?

देबाशीष ने आजतक को बताया कि हम पेड़ के नीचे छिपे हुए थे. मैंने वहां आसपास कुछ लोगों को कलमा पढ़ते हुए सुना. मैं भी उन लोगों में शामिल हो गया. तभी एक आतंकवादी मेरे पास आया, फिर उसने मेरी तरफ देखा और पूछा- क्या कर रहे हो, ये क्या बोल रहे हो? क्या राम नाम बोल रहे हो? तो मैं जोर-जोर से कलमा पढ़ने लगा. हालांकि मुझे सीधे तौर पर कलमा पढ़ने के लिए नहीं बोला गया, लेकिन मैंने कलमा पढ़ना जारी रखा. थोड़ी देर बाद वह आतंकी मुड़ा और वहां से चला गया.

Advertisement

दाढ़ी की वजह से बची जान!

वहीं, देबाशीष की पत्नी मधुमिता दास भट्टाचार्य ने अपने भाई नबेंदु दास को इस पूरी घटना के बारे में बताया. नबेंदु ने आजतक से कहा कि सौभाग्य से आतंकवादी उन्हें पहचान नहीं पाए और उसे छोड़ दिया. देबाशीष की दाढ़ी है. देबाशीष भट्टाचार्य, मधुमिता दास भट्टाचार्य और द्रौदीप भट्टाचार्य फिलहाल श्रीनगर में सुरक्षित हैं. 

आतंकियों को ऐसा जवाब मिलेगा कि दुनिया देखेगी: राजनाथ सिंह

पहलगाम आतंकी हमले के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत एक इतनी पुरानी सभ्यता और इतना बड़ा देश है, जिसे ऐसी किसी भी आतंकी गतिविधियों से डराया नहीं जा सकता. ऐसी हरकतों का जवाब इसके ज़िम्मेदार लोगों को आने वाले कुछ ही समय में ज़ोरदार तरीक़े से नज़र आएगा. उन्होंने कहा कि आतंकियों को ऐसा जवाब मिलेगा कि दुनिया देखेगी. उन्होंने कहा कि साजिश रचने वालों की तह तक जाएंगे, नापाक साजिश रचने वालों को नहीं छोड़ेंगे. हम जोरदार तरीके से जवाब देंगे, किसी भी दोषी को नहीं बख्शेंगे. उन्होंने कहा कि मैं उन सभी परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. इस दुखद समय में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं.

---- समाप्त ----
(रिपोर्ट- दीपानिता)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement