हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री और पूर्व ओलंपियन संदीप सिंह के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद पहली बार चंडीगढ़ पुलिस उनके घर पहुंची. करीब 25 मिनट तक यहां पूरा क्राइम सीन रीक्रिएट किया गया. पीड़ित महिला के वकील दीपांशु बंसल ने बताया कि आज चंडीगढ़ पुलिस की SIT टीम ने संदीप सिंह के सरकारी आवास पर महिला कोच को साथ लेकर जाकर सीन रीक्रिएट किया.आज उनके 164 के बयान भी दर्ज हो गए हैं. बयानों में महिला कोच ने रेप की कोशिश की बात दर्ज कराई है. हम चाहते हैं कि 376 धारा केस के अंदर तुरंत जोड़ी जाए. अगर 376 धारा नहीं जोड़ी जाती है तो हम कानून के हिसाब से चलेंगे. हम चाहते हैं कि संदीप सिंह की तुरंत गिरफ्तारी हो.
हरियाणा की एक महिला जूनियर एथलेटिक्स कोच की शिकायत पर चंडीगढ़ पुलिस ने खेल मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया था. आरोप के बाद मंत्री ने रविवार को खेल विभाग भी छोड़ दिया और कहा कि उन्होंने नैतिक आधार पर यह कदम उठाया है. संदीप सिंह ने कहा कि जब तक कमेटी अपनी रिपोर्ट नहीं दे देती, तब तक वह नैतिकता के आधार पर अपना खेल विभाग मुख्यमंत्री को सौंप रहे हैं. उन्होंने मामले की स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए कोच के आरोपों को खारिज किया है.
भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह ने भी महिला कोच के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. इसके बाद हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ने एक कमेटी का गठन किया था. मंत्री ने शिकायत में दावा किया था कि कोच ने उनकी छवि खराब की है.
DGP ने गठित की है जांच कमेटी
हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह और जूनियर महिला कोच विवाद मामले में हरियाणा के DGP ने एसआईटी कर दी है. इसमें आईपीएस ममता सिंह और समर प्रताप सिंह के साथ एचसीपी राजकुमार कौशिक शामिल हैं. डीजीपी की ओर से एसआईटी को निर्देश दिए गए हैं कि वह महिला कोच के आरोपों की बिंदुवार तरीके से जांच करें और जल्द से जल्द इस मामले की जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपी जाए. महिला कोच से पूछताछ इसी जांच का हिस्सा है.
महिला कोच ने मंत्री पर ये लगाए हैं आरोप
महिला कोच ने आरोप लगाया है कि संदीप सिंह ने उन्हें अपने आधिकारिक आवास पर आमंत्रित किया, फिर उनका यौन उत्पीड़न किया. महिला कोच ने मंत्री पर अन्य महिला खिलाड़ियों को प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है.उनका कहना है कि संदीप सिंह ने इसके एवज में अन्य सुविधाओं के अलावा पोस्टिंग के लिए एक पसंदीदा जगह देने का वादा किया था. जब उन्होंने मंत्री की बात नहीं मानी तो तबादला कर दिया गया और ट्रेनिंग रोक कर प्रताड़ित भी किया जाने लगा. इस पूरे मामले में महिला कोच की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस की ओर से बताया गया है कि संदीप सिंह के खिलाफ 31 दिसंबर को आईपीसी की धारा 354, 354A, 354B, 342, 506 के तहत केस दर्ज किया गया.
संदीप सिंह के बचाव में उतरे सीएम खट्टर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस मामले में संदीप सिंह का बचाव किया है. उन्होंने बयान दिया है कि आरोप लगाने से कोई दोषी सिद्ध नहीं हो जाता. मामले की जांच चल रही है. जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी. उन्होंने कहा कि संदीप सिंह ने अपना खेल मंत्रालय भी वापस कर दिया है. विपक्ष तो सिर्फ हंगामा करना जानता है.
ललित शर्मा