समाज कल्याण विभाग के मंत्री मदन साहनी (Madan Sahni) जिन्होंने पिछले हफ्ते बिहार में हावी अफसरशाही का आरोप लगाया था, साथ ही साथ अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी अब वह थोड़ा नरम पड़ गए हैं. अब ऐसा लगता है कि सीएम नीतीश कुमार से मिलने के बाद उन्होंने अपने फैसले पर यू टर्न ले लिया है.
मदन साहनी कि मंगलवार शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात (Madan sahni Nitish kumar Meeting) हुई. काफी देर तक चली इस मुलाकात के बाद मदन सहनी जो नीतीश के आवास में मुख्य गेट से घुसे थे फिर वह पिछले दरवाजे से निकल गए.
नीतीश कुमार ने की सुलह करवाने की कोशिश
हुआ यूं कि मदन साहनी के मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचने के बाद नीतीश कुमार ने समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अतुल प्रसाद को तलब किया और उनका पक्ष भी जानने की कोशिश की. नीतीश ने मंत्री और अधिकारी के बीच सुलह कराने की कोशिश की. लेकिन मीटिंग में अतुल प्रसाद ने मंत्री मदन साहनी पर भी आरोप लगाए. कहा गया कि साहनी अपने मन मुताबिक विभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग करवाना चाहते थे और ऐसा नहीं कर पाने की स्थिति में उन्होंने इस्तीफे की पेशकश कर दी.
इस पूरे घटनाक्रम के बाद मदन साहनी मुख्यमंत्री आवास के पिछले दरवाजे से निकल गए. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मदन सहनी सरकार में मंत्री बने रहेंगे. दरअसल, हाल में ही उनके विभाग में हुए ट्रांसफर और पोस्टिंग में उनकी नहीं चलने के कारण उन्होंने अफसरशाही का आरोप लगाकर इस्तीफे की पेशकश की थी.
बताया जा रहा है कि इस्तीफे की पेशकश करके वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दबाव बनाना चाह रहे थे कि उनके द्वारा किए गए ट्रांसफर और पोस्टिंग को मान लिया जाए मगर ऐसा नहीं हुआ. सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार इस बात से अवगत थे कि वाकई में अगर मंत्री मदन साहनी को ट्रांसफर और पोस्टिंग के मुद्दे पर इस्तीफा देना होता तो वह उसी दिन दे देते जिस दिन उन्होंने ऐलान किया था.
रोहित कुमार सिंह