बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ही आंकड़े बता रहे हैं कि इस बार महिला वोटर्स की भूमिका निर्णायक साबित होने वाली है. चुनाव आयोग के आधिकारिक आंकड़ों ने साफ कर दिया है कि राज्य भर में महिलाओं ने पुरुषों से कहीं अधिक उत्साह के साथ मतदान किया है.
आयोग ने बताया कि महिलाओं का मतदान प्रतिशत 71.78% रहा, जबकि पुरुषों का मतदान प्रतिशत 62.98% दर्ज किया गया है जो कि पुरुषों के मतदान प्रतिशत से 9 प्रतिशत ज्यादा है.
7 जिलों में पुरुषों से 14 फीसदी से ज्यादा मतदान
आयोग के अनुसार बिहार के कुल 7 जिले ऐसे रहे, जहां महिला वोटर्स ने पुरुषों से 14 प्रतिशत या उससे ज्यादा मतदान किया. सुपौल में ये अंतर सबसे बड़ा रहा, जहां पुरुष और महिला वोटर के बीच 20.71 फीसदी का अंतर रहा. सुपौल में 83.69 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया.
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वहीं, किशनगंज में महिला और पुरुष वोटर्स के बीच 19.5 प्रतिशत का अंतर देखा गया, जबकि मधुबनी में ये अंतर 18.4 प्रतिशत रहा और गोपालगंज में 17.72 प्रतिशत रहा. इसके अलावा अररिया, दरभंगा और मधेपुरा में भी ये अंतर 14 फीसदी से ज्यादा था.
किशनगंज में सबसे ज्यादा वोटिंग
किशनगंज जिले में सबसे ज्यादा 88.57 फीसदी महिला वोटर्स ने मतदान किया. कटिहार महिला वोटर्स के मामले में दूसरा जिला रहा, यहां 84.13 फीसदी महिलाओं ने वोट डाले. सुपौल में 83.69 फीसदी और पूर्णिया में 83.66 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया. अररिया में 78.27 फीसदी, पश्चिम चंपारण में 77.74 फीसदी और पूर्वी चंपारण में 77.49 फीसदी महिला वोटर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
पटना एकमात्र ऐसा जिला रहा, जहां पुरुष वोटर्स (60.05%) ने महिलाओं (57.88%) से ज्यादा मतदान किया.
10 फीसदी से ज्यादा मतदान अंतर वाले जिले
बिहार में कुल 10 जिले ऐसे रहे, जहां महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों की तुलना में 10 फीसदी से ज्यादा दर्ज किया गया. इनमें सीवान (13.83%), पूर्णिया (13.36%), शिवहर (12.48%), सीतामढ़ी (12.43%), सहरसा (12.37%), पूर्वी चंपारण (11.13%), पश्चिम चंपारण (11.03%), खगड़िया (10.66%), समस्तीपुर (10.64%) और बांका (10.53%) शामिल हैं.
इन आंकड़ों से पता चलता है कि इन जिलों में महिला वोटरों ने अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल बढ़-चढ़कर किया है.
शशि भूषण कुमार