पुतिन के दौरे पर सबसे बड़ी डील की तैयारी... PAK-चीन को मिलेगा क्लियर मेसेज
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत आ रहे हैं. मुख्य मुद्दा है- 2-3 अतिरिक्त S-400 रेजिमेंट की नई डील, 50% तक टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के साथ. ऑपरेशन सिंदूर में S-400 ने कमाल किया. ब्रह्मोस, AK-203, ऊर्जा, स्पेस में भी सहयोग बढ़ेगा. रूस अभी भी भारत का सबसे बड़ा हथियार सप्लायर है.
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 भारत दौरे पर रहेंगे. S-400 पर नई डील संभावित है. (Photo: ITG)
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 3 साल बाद फिर भारत आ रहे हैं. आखिरी बार वो दिसंबर 2021 में आए थे. इस बार 4-5 दिसंबर को 23वां भारत-रूस सालाना समिट होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन की दोस्ती दुनिया देखती है – चाहे SCO मीटिंग हो या फोन पर बात. यूक्रेन युद्ध के बाद भी भारत ने रूस का साथ नहीं छोड़ा. अब इस विजिट में सबसे बड़ा टॉपिक है – डिफेंस डील्स, खासकर नई S-400 मिसाइल सिस्टम.
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पहले रूस ही था भारत का नंबर-1 हथियार सप्लायर, अब भी सबसे बड़ा है
2009-2014: भारत के 72-76% हथियार रूस से आते थे.
2015-2019: 55%
2020-2024: सिर्फ 36% (SIPRI 2025 रिपोर्ट).
फिर भी आज भी हमारे 60-70% हथियार रूसी हैं.
भारत अब फ्रांस (राफेल), अमेरिका (अपाचे हेलिकॉप्टर), इजरायल (ड्रोन) से भी ले रहा है, लेकिन पुराना रिश्ता नहीं तोड़ा.
आदमपुर (पंजाब) की S-400 ने 314 किमी दूर पाकिस्तानी विमान मार गिराया.
एक साथ 300+ टारगेट ट्रैक किए.
कुल 7 पाकिस्तानी विमान गिराए गए (IAF चीफ एयर मार्शल एपी सिंह ने कन्फर्म किया).
सिर्फ 5 मिनट में पूरी तरह तैयार हो जाता है.
इसलिए भारतीय वायुसेना इसे सुदर्शन चक्र कहती है. पाकिस्तान और चीन बॉर्डर पर ये सबसे मजबूत कवच है.
इसके अलावा क्या-क्या बात होगी?
ऊर्जा: रूस से सस्ता क्रूड ऑयल और LNG और बढ़ेगा.
न्यूक्लियर पावर: कुडनकुलम प्लांट के नए यूनिट.
स्पेस: गगनयान में रूस की मदद, GLONASS नेविगेशन.
ब्रह्मोस-2 हाइपरसोनिक मिसाइल का काम तेज करना.
पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट (Su-57) की नई पेशकश – भारत अभी सोच रहा है.
10 लाख AK-203 राइफल की डील को और तेज करना.
भारत रूस को क्यों नहीं छोड़ सकता?
पुराने हथियारों के स्पेयर पार्ट्स सिर्फ रूस देता है . कीमत कम, भरोसा ज्यादा. अमेरिका-फ्रांस से नई चीजें ले रहे, लेकिन पुराना स्टॉक अभी 20-25 साल चलेगा. रूस कभी ना नहीं कहता, चाहे अमेरिका कितना भी दबाव डाले.
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ये विजिट क्यों इतनी अहम है?
पुतिन की इस यात्रा से भारत की वायु रक्षा और मजबूत होगी. नई S-400 आएंगी. भारत में बनेंगी और आत्मनिर्भर भारत का सपना एक कदम और आगे बढ़ेगा. पाकिस्तान और चीन दोनों को साफ संदेश – भारत की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं.
शिवानी शर्मा