Olive Trees Farming: बढ़िया मुनाफे की वजह से जैतून की खेती किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है. उत्पादन के मामले में राजस्थान जैतून की खेती करने वाला सबसे बड़ा राज्य है. यहां के जैसलमेर, चूरु, हनुमानगढ़, गंगानगर और बीकानेर में जैतून की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. इससे मिलने वाले मुनाफे को देखते हुए अब अन्य राज्यों के किसान भी जैतून की खेती में अपनी दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
बनाए जाते हैं कई तरह के प्रोडक्ट
जैतून का सबसे ज्यादा उपयोग तेल बनाने में किया जाता है. हालांकि, कम कोलेस्ट्राल की वजह से अब इसका प्रयोग खाना बनाने में भी किया जाने लगा है. वहीं, कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट और दवाइयां बनाने में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है.
इस तरह की मिट्टी पर करें खेती
जैतून की खेती के लिए भुरभुरी और उपजाऊ मिट्टी की जरूरत होती है. सिंचाई बेहतर हो इसलिए बरसात के वक्त में इसकी खेती की सलाह दी जाती है. ज्यादा सर्दी और गर्मी से इसके फसल को काफी नुकसान झेलना पड़ता है.
मॉनसून में पौधे का होता है अच्छा विकास
मानसून में यह पौधा बहुत तेजी से बढ़ता है, लेकिन यदि हम चाहते हैं कि जैतून के अच्छे फल हमें प्राप्त हो तो खरपतवार की छंटाई समय-समय पर करते रहना चाहिए. वहीं, इसकी बीमार टहनियों और पत्तियों को समय-समय पर हटाते रहना चाहिए.
इतना है मुनाफा
अगर आप एक हेक्टेयर में करीब 500 पौधे लगाए जा सकते हैं. एक हेक्टेयर में करीब 20 से 30 क्विंटल तक तेल का उत्पादन आसानी से हो जाता है. बता दें कि इसकी खेती से शुरुआती 5 सालों तक आपको कोई उत्पादन हासिल नहीं हो पाएगा. हालांकि बेहतर देखभाल की वजह से आने वाले कई सालों तक इसके पेड़ से बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं. एक अनुमान के मुताबिक जैतून की खेती से आप 5 सालों बाद सालाना 15 लाख तक की कमाई कर सकते हैं.