मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के 15 हजार किसानों ने टमाटर की खेती से एक लाख 40 हजार मीट्रिक टन टमाटर का रिकॉर्ड उत्पादन किया है. जिले के तीन मुख्य इलाकों जैतहरी, अनूपपुर और पुष्पराजगढ़ में टमाटर की खेती बड़े पैमाने पर हो रही है. इससे 15 हजार से ज्यादा किसान सीधे लाभ ले रहे हैं. यहां हाइब्रिड और स्थानीय किस्मों के टमाटर उगाए जा रहे हैं.
राज्य सरकार बीज, ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई पर 50-50 फीसदी सब्सिडी दे रही है. इससे किसानों की लागत कम हुई है. साथ ही उत्पादन और आमदनी बढ़ी है.
अनूपपुर का टमाटर मध्य प्रदेश के शहडोल, रीवा और सतना के अलावा छत्तीसगढ़ के रायपुर, अंबिकापुर, बिलासपुर और महाराष्ट्र के कई जिलों में बिक रहा है. इससे किसानों को अच्छा बाजार और बेहतर दाम मिल रहे हैं.
उद्यानिकी विभाग ने स्थानीय स्तर पर बिक्री की सुविधा भी सुधारी है. टमाटर की खेती में प्रति हेक्टेयर 50 से 60 हजार रुपये की लागत आती है, लेकिन इससे किसानों को 1.5 से 2 लाख रुपये तक का मुनाफा हो रहा है. प्रति एकड़ मुनाफा 1 लाख रुपये तक पहुंच रहा है, जिससे किसानों की आर्थिक हालत मजबूत हो रही है.
उद्यानिकी के सहायक संचालक सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले तीन सालों में जिले में 2000 हेक्टेयर क्षेत्र में उद्यानिकी फसलों का विस्तार हुआ है. टमाटर के अलावा प्याज और नाशपाती की खेती में भी तेजी आई है. यह किसानों की मेहनत, प्रशासन के प्रयास और सरकारी योजनाओं के अच्छे क्रियान्वयन का नतीजा है, जो आत्मनिर्भर कृषि की दिशा में बड़ा कदम है.
श्रीवास्तव ने कहा कि 2023-24 में जिले में 5408 हेक्टेयर में टमाटर की खेती हुई और 1 लाख 40 हजार 608 मीट्रिक टन उत्पादन हुआ. औसत उत्पादकता 260 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रही.