मॉनसून का इंतजार कर रहे दिल्लीवासियों के लिए बुरी खबर है. मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस साल 10 जुलाई के आसपास दिल्ली पहुंचेगा. 15 साल में यह पहला मौका है, जब इतनी देर से दिल्ली में मॉनसून पहुंचेगा.
IMD ने सोमवार को बयान जारी कर कहा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बाकी हिस्सों, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ और हिस्सों में मॉनसून के 10 जुलाई के आसपास पहुंचने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक, 10 जुलाई से उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में बारिश से जुड़ीं गतिविधियां बढ़ने की उम्मीद है.
1987 में सबसे देर में दिल्ली पहुंचा था मॉनसून
IMD के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया की इससे पहले 2006 में 9 जुलाई और 2012 में 7 जुलाई को मॉनसून दिल्ली पहुंचा था. 2002 में दिल्ली में पहली मॉनसूनी बारिश 19 जुलाई को हुई थी. हालांकि, 1987 में मॉनसून सबसे देरी से 26 जुलाई को दिल्ली पहुंचा था.
दो दिन देर से केरल पहुंचा था मॉनसून
केरल में इस बार मॉनसून दो दिन देर से पहुंचा था. हालांकि, इसके बाद मॉनसून ने रफ्तार पकड़ते हुए सामान्य से 7 से 10 दिन पहले देश के पूर्वी मध्य और उत्तरपश्चिमी हिस्से में दस्तक दी थी. लेकिन बाद में मॉनसून कमजोर होकर रुक रुककर आगे बढ़ने लगा.
दिल्ली में वैसे तो मॉनसून 27 जून तक पहुंच जाता है. एक जून को मॉनसूनी सीजन शुरू होने के बाद से दिल्ली में अब तक 43.6 मिमी बारिश हुई है जो सामान्य यानि 75.7 मिमी से काफी कम है. मध्य दिल्ली में सामान्य से 89 प्रतिशत कम बारिश हुई है. जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के बाद सबसे कम बारिश वाला यह भारत का दूसरा जिला है.