चौतरफ़ा दबाव और अमेरिकी सेना के हमलों से तालिबान बौखला उठा है. उसने तीन पाकिस्तानी नागरिकों को अमेरिका के लिए जासूसी करने के आरोप में मौत के घाट उतार दिया और साथ ही कड़ी चेतावनी से भरी चिठ्ठी और डीवीडी भी जारी की है.