तालिबान द्वारा स्वात घाटी में एक नाबालिग लड़की को सरेआम कोड़े लगाने की घटना का निजामें अदलिया काजी कोर्ट से कोई लेना देना नहीं है. यह कुछ अपराधियों की करतूत है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.