पाकिस्तान का लोकतंत्र वहां की सेना का बंधक है. सेना जबतक चाहे तबतक लोकतांत्रिक सरकार चल सकती है. इमरान खान को पाकिस्तान में इलेक्टेड नहीं बल्कि सेना का सिलेक्टेड प्रधानमंत्री कहा जाता रहा है, लेकिन बीते कुछ समय से सेना और इमरान के बीच अनबन की खबरें हैं. इसलिए सेना की नाराजगी इमरान को भारी पड़ रही है. पाकिस्तान की संसद में जो इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, जानकार मानते हैं कि उसके पीछे भी सेना की भूमिका ही है. अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दे पर जनरल बावजा ने कहा कि वो इस मामले में न्यूट्रल हैं. बाजवा के इस बयान से इमरान खान बौखला गए. इमरान चाहते थे कि सेना मामले में दखल देकर विपक्ष को मनाए और सरकार बचाने का काम करे, लेकिन सेना के तटस्थ होने के बाद इमरान खान ने उसकी तुलना जानवरों से कर दी. इमरान ने कहा कि न्यूट्रल तो केवल जानवर रहते हैं. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.