मनमोहन सिंह और नवाज शरीफ के बीच वार्ता तो समाप्त हो गई, पर अहम सवाल है कि इससे भारत को हासिल क्या हुआ? इस औपचारिक वार्ता से क्या सीमा पर शांति कायम हो सकेगी और आतंक पर लगाम लग सकेगा?