द वीकेंड ऑस्ट्रेलियन नाम की मैगजीन की रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि चीन की पिपल्स रिपब्लिक ऑफ चीन के वैज्ञानिक कोरोना वायरस को एक जैविक हथियार की तरह देख रहे थे और इसके बारे में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके काफी करीबी लोगों को पता था. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि चीन इस कोरोना वायरस को मिलिट्री विकल्प के तौर पर देख रहा था. सवाल है कि क्या चीन का ये हथियार भारत और अमेरिका के खिलाफ है? देखें ये रिपोर्ट.