जिस कनाडा के पास अभिव्यक्ति की आजादी का गोल्ड मेडल है और जो खुद को धर्मनिरपेक्षता का चैंपियन बताता है, उस कनाडा ने खालिस्तानियों की हिंसा के खिलाफ हिन्दुओं के आंदोलन को गैर-कानूनी बताते हुए इस पर प्रतिबंध लगा दिया है लेकिन इसके बावजूद पूरी दुनिया में इस पर सन्नाटा छाया है.