उसकी आंखों में दौलत बटोरने का नशा भरा था उसके सिर पर अय्याशी का शैतान सवार था. वो क्रूरता की तमाम हदें पार करते हुए अपने मकसद में कामयाब भी रहा और खून से सनी अकूत दौलत पर कुंडली मार कर बैठा रहा. दौलत एक करोड़ नहीं, दो करोड़ नहीं, पूरे 10 लाख करोड़ की.