युद्धग्रस्त यमन से 4000 भारतीयों और 26 देशों के 235 लोगों को सुरक्षित निकालने के बाद अभियान लगभग पूरा हो गया है. सरकार ने बुधवार को अभियान समाप्त करने का निर्णय लिया है.
दूसरी ओर मंगलवार को 700 (इनमें 600 लोग सना में फंसे थे) से ज्यादा भारतीयों को तीन हवाई उड़ानों के जरिए निकाला गया.
अधिकारियों ने बताया कि 600 को मंगलवार को सना से एयर इंडिया के विमानों द्वारा और 100 अन्य को हुदेदाह से समुद्र मार्ग के जरिए आईएनएस तुर्किश पोत से निकाला गया.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, 'हम सना से उड़ानों के जरिए चलाए जा रहे अपने अभियान को बुधवार को समाप्त कर देंगे और जो लोग वहां से आना चाहते हैं, उन्हें बुधवार तक ऐसा कर लेना चाहिए.'
यमन में शेष बचे भारतीयों के बारे में पूछे जाने पर, सूत्रों ने बताया कि यमन के भारतीय मिशन में 4100 भारतीयों ने अपना पंजीकरण कराया था और उनमें से अधिकतर को निकाला जा चुका है. सरकार कुछ और समय तक समुद्र मार्ग से बचाव कार्य जारी रख सकती है.
इस बीच पाकिस्तान नौसेना ने जिन 11 भारतीयों को यमन के मुकल्ला से सुरक्षित निकाला है वे कराची पहुंच गए हैं और बुधवार तक उनके स्वदेश आने की उम्मीद है.
जिबूती से भारतीयों को निकालने वाले अभियान की निगरानी कर रहे विदेश राज्यमंत्री वी. के. सिंह जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए मंगलवार को सना पहुंच चुके हैं.
- इनपुट भाषा