भारत के साथ टकराव की स्थिति में चीन अपने सैनिकों का हिमाचल प्रदेश से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की ओर रुख कराने की खुराफात कर सकता है.
चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के ठीक सामने पड़ने वाले क्षेत्र में सड़क का निर्माण करते देखा गया है. इस क्षेत्र को लेकर आज की तारीख तक कभी कोई विवाद नहीं उभरा है.
आखिरी तिब्बती गांव
15 जुलाई से ताजा सैटेलाइट तस्वीरों के विश्लेषण से इस क्षेत्र के आखिरी तिब्बती गांव में सड़क निर्माण का पता चलता है. दिबांग गांव, जिसे स्थानीय रूप से तांग के नाम से जाना जाता है, अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित है.


पिछले साल जून तक इस लोकेशन के आगे कोई सड़क नहीं थी. न ही इस पूरे इलाके में कहीं भी कोई PLA पोस्ट नहीं थी. नए निर्माण को सबसे पहले चरंग खास गांव में आईटीबीपी पोस्ट से पैदल गश्ती दल की ओर से यमरंग दर्रे तक देखा गया.

सड़क जो कहीं नहीं जाती
PLA ने जून 2019 में दिबांग गांव से आगे इस सड़क का निर्माण शुरू किया. नवंबर 2019 के पहले हफ्ते में मौसम प्रतिकूल होने के कारण काम बंद होने से पहले लगभग 20 किलोमीटर तक इस सड़क को बनाया गया.फरवरी से मई 2020 तक संभवत: कोविड-19 महामारी की वजह से निर्माण फिर बंद रहा.

जून से दोबारा निर्माण शुरू
जून 2020 में PLA ने इस सड़क पर काम फिर से शुरू कर दिया.सैटेलाइट तस्वीरें, हालांकि कम रिजोल्यूशन पर, जून और जुलाई 2020 में जारी निर्माण का विहंगम दृश्य दिखाता है.







लगता है कि PLA ने एक महीने के भीतर लगभग 9 किमी सड़क बना ली है. 15 जुलाई को, सड़क यमरंग से 2 किलोमीटर पहले तक पहुंच गई थी.
बता दे कि चरांग खास के गांववालों का एक समूह हाल में सीमा के पास ऊंचाई वाले क्षेत्रों में टट्टुओं पर होकर आया. गांव की नौ सदस्यीय टीम पांच कुलियों के साथ गई थी. उन्होंने सूचित किया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार सड़क निर्माण तेजी से जारी है.
ग्रुप का हिस्सा रहे बलदेव नेगी ने शिकायत की कि बॉर्डर तक चरांग खास गांव का रास्ता बहुत खराब है. वहीं सीमा के पार चीनियों ने बॉर्डर के पास तक सड़क बना ली है. नेगी के मुताबिक चीनियों ने सड़क पर बहुत तेजी से काम किया है. नेगी की टीम ने वहां सड़क निर्माण से जुड़ी गतिविधियों को बड़े पैमाने पर होते देखा.
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कुन्नू चरांग की गांव परिषद के प्रमुख पूरन सिंह ने जोर देकर कहा कि एक गश्ती दल ने सीमा के पार चीन की सड़क निर्माण गतिविधि को नोटिस किया था. गांव वालों ने यह भी शिकायत की कि उनके क्षेत्रों में फोन की कोई सुविधा नहीं है.
किन्नौर पुलिस प्रमुख एस आर राणा ने कहा कि सीमा के पास के भारतीय क्षेत्र पूरी तरह सुरक्षित है और किसी भी तरह के अतिक्रमण से मुक्त हैं. उन्होंने कहा कि चिंता का कोई कारण नहीं है. अधिकारियों ने हालांकि साफ किया कि वो सीमा के पार होने वाली चीनी सड़क निर्माण की गतिविधियों की रिपोर्टों से अवगत हैं.
(कर्नल विनायक भट (रिटायर्ड) इंडिया टुडे के एक सलाहकार हैं. वे सैटेलाइट तस्वीरों के विश्लेषक हैं, उन्होंने 33 साल से ज्यादा तक भारतीय सेना में सर्विस की)
(किन्नौर से विशेषर नेगी के इनपुट्स के साथ)