अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वॉशिंगटन के बाद शिकागो में सेना भेजने की धमकी दे रहे हैं. शिकागो एक डेमोक्रेटिक राज्य है, जिस वजह से राजनीतिक टकराव गहराता जा रहा है. इस बीच व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट (Karoline Leavitt) ने डेमोक्रेटिक राज्यों में लगातार बढ़ रही अपराध की घटनाओं को लेकर पाकिस्तान और भारत का हवाला दिया.
कैरोलिन लेविट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि डेमोक्रेट शासित शहरों में अपराध की स्थिति इसलिए बिगड़ी है क्योंकि वहां की नीतियां अपराध को बढ़ावा देती हैं. लेविट ने ट्रंप प्रशासन की अपराध विरोधी नीतियों पर जोर दिया, जिसमें कैशलेस बेल नीति को समाप्त करने की बात शामिल थी.
उन्होंने इस नीति को अपराध बढ़ने का एक प्रमुख कारण बताया क्योंकि इसके तहत अपराधी आसानी से जमानत पर रिहा हो जाते हैं. इस दौरान लेविट ने वॉशिंगटन में हिंसक अपराध में 41 फीसदी की कमी का उदाहरण दिया, जिसे ट्रंप प्रशासन की नीतियों का परिणाम बताया.
इस्लामाबाद से दोगुना है शिकागो का मर्डर रेट
लेविट ने कहा कि शिकागो का मर्डर रेट पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से दोगुना और भारत की राजधामनी नई दिल्ली से लगभग 15 गुना अधिक है. उन्होंने कहा कि शिकागो में हत्या लॉस एंजेलिस से तीन गुना और न्यूयॉर्क सिटी से लगभग पांच गुना अधिक था.
लेविट ने बताया कि शिकागो में पिछले 13 वर्षों से लगातार अमेरिका के किसी भी शहर में सबसे ज्यादा हत्याएं हो रही हैं. 2024 में शिकागो में हत्या का रेट अन्य प्रमुख शहरों की तुलना में बहुत अधिक थी. 2025 में अब तक शिकागो में 147,899 अपराध दर्ज किए गए, जिनमें से केवल 16 फीसदी मामलों में गिरफ्तारी हुई.
लेविट ने कहा कि शिकागो में न्यूयॉर्क सिटी और लॉस एंजेलिस को मिलाकर जितनी अवैध बंदूकें बरामद हुई हैं, उससे ज्यादा अकेले शिकागो में बरामद हुईं. 2024 में शिकागो में मोटर वाहन चोरी की संख्या 2021 की तुलना में दोगुनी से अधिक थी.