अमेरिका ने पहली बार जमीन आधारित मिसाइल डिफेंस सिस्टम का सफल परीक्षण किया. टेस्ट के दौरान मिसाइल ने प्रशांत महासागर के ऊपर आने वाली एक मिसाइल को मार गिराया.
40 अरब डॉलर की लागत वाले बोइंग प्रबंधित जमीन आधारित मिडकोर्स डिफेंस (जीएमडी) तंत्र का मकसद आंतरिक सुरक्षा के लिए लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के खिलाफ रक्षा प्रदान करना और अनेक बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा तंत्र (बीएमडीएस) अवयवों के प्रदर्शन का आवश्यक आंकड़ा उपलब्ध कराना है.
मिसाइल डिफेंस एजेंसी के निदेशक वाइस एडमिरल जेम्स डी साइरिंग ने कहा, अपने गृह बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा तंत्र की विश्वसनीयता बढ़ाने और आगे प्रयास जारी रखने के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि देश की हिफाजत में एक प्रभावशाली और भरोसेमंद तंत्र मुहैया कराने को लेकर समूचे गृह प्रतिरक्षा तंत्र के लिए जमीन आधारित इंटरसेप्टर्स तैनात करने के प्रयासों के प्रति हमारी कोशिश जारी रहेगी.
पूर्व राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश के प्रशासन ने 2004 में इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी. तब से पहले आठ में से पांच परीक्षणों में तंत्र के नाकाम रहने के बाद कल हुआ परीक्षण सफल रहा. परीक्षण के दौरान कैलिफोर्निया के वंडेनबर्ग वायु सेना प्रतिष्ठान से छोड़ी गई इंटरसेप्टर मिसाइल ने मार्शल द्वीप में क्वाजालेन एटोल पर अमेरिकी सैन्य रीगन परीक्षण से स्थल छोड़ी गई अमेरिकी बैलिस्टक मिसाइल को मार गिराया.