
यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध में रूस को अबतक वो कामयाबी नहीं मिली है, जिसकी उसको उम्मीद थी. रूस-यूक्रेन जंग का आज मंगलवार को 20वां दिन है. इतने दिनों में राजधानी कीव तो छोड़िए, रूस उन इलाकों पर भी पूरी तरह कब्जा नहीं जमा पाया है जिनको उसने अलग देश घोषित किया था.
बता दें कि फरवरी में व्लादिमीर पुतिन ने Donetsk और Luhansk इलाके को अलग देश के रूप में मान्यता दी थी. ये दोनों इलाके यूक्रेन के डोनबास इलाके में पड़ते हैं. लेकिन अब भी यहां रूसी सेना को यूक्रेन से पूरी टक्कर मिल रही है.
कीव-खारकीव अबतक पहुंच से दूर, हमले जारी
यूक्रेन की राजधानी कीव तक रूसी मिसाइलें तो पहुंच रही हैं, लेकिन सैनिक अबतक वहां दाखिल नहीं हो पाए हैं. रूस ने मंगलवार को भी कीव पर हवाई हमले किए. इसमें 15 मंजिल की एक रिहायशी इमारत को भी निशाना बनाया गया. यहां मिसाइल हमले के बाद भयंकर आग लग गई थी. इसमें यहां एक शख्स की मौत भी हो गई और कई लोग फंस गए.

इससे पहले सोमवार को रूसी फोर्स ने कीव पर कोई नया हमला भी नहीं किया था. इसकी मुख्य वजह बातचीत भी हो सकती है. दरअसल, सोमवार को रूस-यूक्रेन की मीटिंग हुई थी, अब मंगलवार को भी इसकी मीटिंग होनी है.

दूसरी तरफ खारकीव पर रूसी सेना ने बहुत बम बरसाए हैं. खारकीव शहर के कुछ इलाकों पर रूसी सेना ने कब्जा भी जमा लिया है लेकिन वहां यूक्रेनी सेना उनसे वह इलाका खाली कराने की कोशिशों में लगी हुई है. रूसी सेना ने मंगलवार को दावा किया है कि Kherson क्षेत्र पर पूरी तरह से उनका कंट्रोल हो गया है.
इस बीच यूक्रेन यह भी दावा कर रहा है कि उसने इस युद्ध में अबतक रूस को काफी नुकसान पहुंचाया है. कहा गया है कि अबतक 13 हजार से ज्यादा रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं. वहीं यूक्रेन की सेना के कमांडर इन चीफ जनरल Valery Zaluzhny ने कहा कि रूस के 81 एयरक्राफ्ट, 95 हेलिकॉप्टर भी ध्वस्त कर दिए गए हैं.
आम लोगों पर फायरिंग के आरोप
इस बीच रूस पर यूक्रेन की तरफ से बड़ा आरोप लगाया गया है. कहा गया है कि यूक्रेन के होस्टोमेल शहर में रूसी सेना ने आम नागरिकों पर फायरिंग की है. कहा गया है कि ये फायरिंग बचाव कार्य में लगीं चार बसों पर हुई, जिनमें आम नागरिक मौजूद थे.